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Image: Ravivar Vichar
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जम्मू और कश्मीर ग्रामीण आजीविका मिशन (JKRLM) की मिशन निदेशक Indu Kanwal Chib ने गैर-कृषि विषय के तहत मिशन के अधिकारियों के लिए पांच दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन किया. लक्ष्य है ब्लॉक और जिला स्तर पर गैर-कृषि आजीविका सृजन कार्यक्रम को लागू करने में उनकी क्षमता को विकसित करना.
कुदुम्बश्री NRO (Kudumbashree NRO supporting JKRLM) द्वारा विकसित प्रशिक्षण मॉड्यूल की मदद से संचालित यह प्रशिक्षण कार्यक्रम मिशन के भीतर गैर-कृषि पहलों के लिए समग्र दृष्टिकोण को बढ़ावा देगा.
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प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान, कर्मचारी गैर-कृषि कार्यक्रमों और संबंधित ब्लॉकों और जिलों में उनके विस्तार की स्पष्ट समझ विकसित करेंगे. वे सामुदायिक संस्थानों को मजबूत करने, गैर-कृषि प्रमोशन के लिए कैडर का पोषण करने, व्यवसाय के अलग-अलग पहलुओं को समझने, और प्रभावी निगरानी और दस्तावेज़ीकरण प्रथाओं से जुड़ी अहम बातें जानेंगे.
इस अवसर पर, JKRLM की मिशन निदेशक इंदू ने कहा, "कार्यशाला का इरादा और उद्देश्य गैर-कृषि आजीविका में समुदाय-आधारित संगठनों के पोषण और उद्यमियों का समर्थन करने के लिए उनकी क्षमता का निर्माण करना है."
गैर-कृषि कर्मचारियों को ज़रूरी कौशल और ज्ञान से लैस करके, मिशन निदेशक जम्मू और कश्मीर में गैर-कृषि कार्यक्रमों को लागू कर, उसके प्रभाव को मज़बूती देने की कल्पना करती हैं, जिससे गरीबी में कमी आ सकेगी और स्थायी आजीविका के अवसर बढ़ेंगे. उन्होंने कहा कि कार्यशाला ग्रामीण स्वयं सहायता समूह की महिलाओं (Kashmir rural women self help groups) को सफल उद्यमी बनने में सहायता करने के मिशन के लक्ष्य को पूरा करने में मदद करेगी.
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कार्यशाला के महत्व और ग्रामीण महिलाओं को ज़्यादा से ज़्यादा लाभ पहुंचाने के इरादे पर जोर देते हुए, मिशन डायरेक्टर ने कर्मचारियों को पूरी जागरूकता लाने और महिला उद्यमियों के प्रश्नों का समाधान करने के लिए कार्यक्रम का पूरा लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया. उन्होंने इस कार्यक्रम की रणनीति बनाने, विकसित करने और इसे आगे बढ़ाने में किए गए प्रयासों के लिए कुदुम्बश्री एनआरओ की टीम की सराहना की.
राज्य परियोजना प्रबंधक गैर-कृषि आजीविका (SPM - NFL) यासिर भट ने कहा कि कार्यशाला पांच दिनों तक जारी रहेगी, जिसके दौरान कुदुम्बश्री के एनआरओ विशेषज्ञ कर्मचारियों को क्षेत्रीय प्रशिक्षण प्रदान करेंगे, जिससे उन्हें आजीविका गतिविधियों और ग्रामीण उद्यमों को बढ़ाने में मदद मिलेगी.
JKRLM और कुदुम्बश्री के साझा प्रयासों के ज़रिये मिशन से जुड़े अधिकारीयों को अपनी समझ बढ़ाने और कौशल विकसित करने का अवसर मिलेगा, जिसके ज़रिये वह JKRLM के लक्ष्यों को ज़मीनी स्तर पर पूरा कर सकेंगे.
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