पुलवामा के डेयरी किसानों को मिला पशु सखियों का समर्थन

NRLM पुलवामा के तहत स्वयं सहायता समूहों के लगभग 93 सदस्यों ने राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड, गुजरात के रिसोर्स परसन्स द्वारा SKUAST-K में 15-दिवसीय प्रशिक्षण हासिल किया.

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मिस्बाह
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Pulwama SHG pashu sakhi

Image: Ravivar Vichar

दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में पशु सखियों को दीन दयाल अंतोदय योजना राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन  (DAY-NRLM) के तहत ज़रूरी कौशल सीख अपने रोज़गार को बढ़ाने का अवसर मिल रहा है. प्रशिक्षण हासिल कर पशु सखियां (PS) डेयरी किसानों (dairy farmers) का समर्थन कर, सामुदायिक विकास में अहम भूमिका निभा रही हैं (Pashu Sakhi Pulwama).

NRLM पुलवामा के तहत 93 SHG सदस्यों को मिली ट्रेनिंग 

NRLM पुलवामा के तहत स्वयं सहायता समूहों (self help group Pashu Sakhi) के लगभग 93 सदस्यों ने राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड, गुजरात के रिसोर्स परसन्स द्वारा SKUAST-K में 15-दिवसीय प्रशिक्षण हासिल किया. NRLM पुलवामा के जिला कार्यक्रम प्रबंधक अर्शीद अहमद भट ने बताया, "ये प्रशिक्षित PS सदस्य रोग जागरूकता, प्रबंधन, टीकाकरण, गर्भाधान और चारा संरक्षण जैसी सेवाएं देकर डेयरी किसानों का समर्थन कर रही हैं."

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पशु सखियां कर रहीं डेयरी किसानों की मदद  

पुलवामा के नेवा ब्लॉक की एक समर्पित पशु सखी यासीमा ने बताया कि पशु सखी डेयरी किसानों और पशुपालन विभाग के बीच महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में कार्य करती हैं. उन्होंने कहा, "जब हमें कोई कॉल आता है, तो हम छोटी-मोटी चोटों या बीमारियों के इलाज के लिए डेयरी किसानों की मदद करते हैं. गंभीर स्थितियों में, हम विशेषज्ञ सलाह लेने के लिए पशुपालन विभाग के विशेषज्ञों के साथ सहयोग करते हैं."

यासीमा की ज़िम्मेदारियां तीन गांवों की देखरेख तक फैली हुई हैं, जहां वह स्थानीय डेयरी किसानों के साथ जुड़ती हैं, राशन संतुलन, दूध की गुणवत्ता बढ़ाने, रोग प्रबंधन और कई तरह की पहलुओं पर सलाह देती हैं.

यसीमा जैसी कई पशु सखियां किसानों का साथ देकर कई अहम मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाने से लेकर उनकी आमदनी बढ़ाने तक, उनकी मदद कर रही हैं.

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