स्वयं सहायता समूहों को ब्लॉक स्तर से लेकर केंद्र सरकार तक का समर्थन मिल रहा है. राष्ट्रीय राजधानी में ‘World Food India 2023’ के दूसरे संस्करण का उद्घाटन किया गया. साथ ही, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने SHG दीदियों का समर्थन करने के लिए एक लाख से ज़्यादा स्वयं सहायता समूहों (SHG) को शुरुआती पूंजी सहायता वितरित की.
Image Credits: World Food India/ Twitter
PM मोदी ने दिल्ली में World Food India के दूसरे संस्करण का किया उद्घाटन
‘वर्ल्ड फूड इंडिया 2023’ का पहला संस्करण साल 2017 में आयोजित किया गया था. अगले कुछ सालों, कोविड-19 महामारी की वजह से इस अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम का आयोजन नहीं हो सका था.
इस साल, प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली के भारत मंडपम में वर्ल्ड फूड इंडिया के दूसरे संस्करण का उद्घाटन किया. तीन दिन का ये कार्यक्रम पांच नवंबर को ख़त्म होगा.
Image Credits: World Food India/ Twitter
1 लाख से ज़्यादा SHGs को सीड कैपिटल फंडिंग की वितरित
इस संस्करण में स्वयं सहायता समूहों (Self Help Groups) पर ध्यान देते हुए, प्रधानमंत्री एक लाख से ज़्यादा SHG सदस्यों को सीड कैपिटल फंडिंग वितरित की. इस पहल से महिलाएं उद्यमिता की ओर आसानी से कदम बढ़ा सकेंगी (PM Modi promoting women entrepreneurship).
Historic moment at the Inaugural Session with Honourable Prime Minister Shri Narendra Modi encouraging over 1 lakh SHG members by disbursing Seed Capital aid worth Rs 380 crores, inspiring them to pursue their dreams with confidence and determination.@narendramodi @PMOIndia… pic.twitter.com/6DU5niudZu
— World Food India (@worldfoodindia) November 3, 2023
सरकारी बयान में बताया गया है कि इस समर्थन से SHG को बेहतर पैकेजिंग और गुणवत्तापूर्ण मैनुफेक्चरिंग के ज़रिये बाजार में बेहतर मूल्य हासिल करने में मदद मिलेगी.
Image Credits: File Photo
'फूड स्ट्रीट' का भी हुआ उद्घाटन
PM मोदी ने वर्ल्ड फूड इंडिया-2023 के तहत 'फूड स्ट्रीट' का भी उद्घाटन किया. इसके ज़रिये क्षेत्रीय व्यंजनों और शाही पकवान विरासत को सेलिब्रेट किया गया. इस समारोह में 200 से ज़्यादा ‘शेफ’ ने भाग लिया और पारंपरिक भारतीय व्यंजन पेश किये गए.
इस कार्यक्रम का लक्ष्य भारत को 'दुनिया की फ़ूड बास्केट' (World Food Basket) के रूप में प्रदर्शित करना और वर्ष 2023 को इंटरनेशनल ईयर ऑफ़ मिलेट (SHGs promoting International Year of Millet) के रूप में मनाना है.
Image Credits: World Food India/ Twitter
सरकारी अधिकारीयों, उद्योग के पेशेवरों, किसानों, और उद्यमियों को चर्चा में शामिल होने का मौका मिला. साथ ही, साझेदारी स्थापित करने और कृषि-खाद्य क्षेत्र में निवेश के अवसरों का पता लगाने के लिए नेटवर्किंग और व्यापार मंच भी मिलेगा. निवेश और कारोबार को बेहतर बनाने के लिए CEO गोलमेज बैठकें हुईं.
यह भी पढ़ें: 1,000 करोड़ रुपए के निवेश से बढ़ेगी बाजरा आधारित खाद्य प्रसंस्करण योजना
80 से ज़्यादा देशों के प्रतिभागियों ने लिया हिस्सा
आयोजन में प्रमुख फ़ूड प्रोसेसिंग कंपनियों के मुख्य अधिकारियों सहित 80 से ज़्यादा देशों के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. इसमें 1,200 से ज़्यादा विदेशी खरीदारों के साथ 'रिवर्स बायर सेलर मीट' भी आयोजित की गई.
Image Credits: World Food India/ Twitter
फ़ूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में स्वयं सहायता समूहों (SHG women in food processing industry) को शामिल कर ऑर्गनिक तरीकों से तैयार स्थानीय डिशेस को बढ़ावा मिलेगा और SHG सदस्यों की आमदनी बढ़ेगी. सीड फंडिंग के साथ वे अपने उद्यम शुरू कर आत्मनिर्भर बनेंगी.
यह भी पढ़ें: मध्य प्रदेश कर रहा खाद्य प्रसंस्करण का समर्थन