Rajasthan के डूंगरपुर अंतर्गत बेणेश्वर धाम में आयोजित लखपति दीदी सम्मेलन में President Droupadi Murmu ने कहा self help group सदस्यों को कार्यशील पूंजी प्रदान करने के साथ-साथ मानव पूंजी और सामाजिक पूंजी के निर्माण में भी सराहनीय भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं.
महिलाओं की भूमिका के बिना देश का विकास असंभव
Dungarpur में President Droupadi Murmu ने कहा-"देश को आत्मनिर्भर बनाना है तो स्वयं सहायता समूह की महिलाओं का आत्मनिर्भर बनाना जरुरी है. महिलाओं में शिक्षा एवं कौशल विकास को बढ़ावा दिया जाना जरुरी है. महिलाएं देश और दुनिया की प्रगति में बराबर की भागीदार बन सकें.सरकार इस मिशन के लिए प्रतिबद्ध है." आदिवासी समाज से हम प्रकृति को नुकसान पहुंचाए बिना ही कम संसाधनों में बेहतर जीवन जीना भी सीख सकते हैं.
राष्ट्रपति मुर्मू का स्वागत करते CM Bhajanlal sharma (Image Credits:Google)
इस मौके पर Chief Minister Bhajanlal Sharma ने कहा-"प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश भर में 3 करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का संकल्प लिया.उनके संकल्प को साकार करने की दिशा में राज्य सरकार ने प्रदेश की 11 लाख 27 हजार महिलाओं को अगले तीन वर्षों में चरणबद्ध रूप से लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य तय किया है. इनमें 2.80 लाख महिलाएं लखपति दीदी की श्रेणी में आ भी चुकी हैं."
SHG के Products देख मुर्मू ने बढ़ाया हौसला,ख़रीदे तीर कमान
lakhpati didi sammelan में राष्ट्रपति मुर्मू और सीएम भजनलाल शर्मा ने अयोजन में self help group की महिलाओं द्वारा लगाए गए स्टाल्स को देखा. मुर्मू ने Rajasthan Ajeevika Mission (राजीविका) से जुड़ीं समूह की महिलाओं का हौसला भी बढ़ाया. समूह की गीता देवी से राष्ट्रपति ने तीर कमान भी ख़रीदे.
यहां समूह की सदस्यों ने अपने द्वारा तैयार सौर ऊर्जा, लकड़ी उत्पाद, मिनियेचर पेंटिंग, जूट के उत्पाद, हस्तनिर्मित कागज़ के उत्पाद, कशीदाकारी तथा गलीचा उत्पाद, चमड़ा उत्पाद, हर्बल जैविक गुलाल, प्रधानमंत्री वन धन विकास योजना, गुलाब के उत्पाद, टेराकोटा आर्ट, ब्लॉक प्रिंट, लाख की चूड़ियां, को दिखाया. राजीविका की 11 दीदियों को सम्मानित भी किया.
Rajivika संबद्ध महिला स्वयं सहायता समूहों को बैंकों से 250 करोड़ रुपए की ऋण राशि तथा महिला निधि के तहत 50 करोड़ की राशि के चैक वितरित किए. राजीविका मिशन द्वारा तीन लाख 81 हजार स्वयं सहायता समूह के माध्यम से 46 लाख महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया गया.