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स्वयं सहायता समूह की महिलाएं अपनी आजीविका को आगे बढ़ाने के लिए बहुत से बिज़नेस और काम कर रहें है. ये महिलाएं अपने और परिवार के जीवन को सुधारने का भी हरसंभव प्रयास कर रही है. देश की सरकार की ओर से भी इन्हे हर प्रकार की मदद मिलती है क्योंकि सरकार महिला सशक्तिकरण (Women empowerment) को अपना मुख्य उद्देश्य बना चुकी है.
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इस कड़ी में एक और कदम बनते हुए महाराष्ट्र में पुणे नगर निगम भी अपनी पहल के साथ आगे आई है. पुणे नगर निगम (PMC) ने अपनी 500 unused व्यावसायिक दुकानों को स्वयं सहायता समूह (self help groups) को lease पर देने का फैसला किया है. PMC अधिकारियों के मुताबिक, ये दुकानें जो बानेर, स्वारगेट, शिवाजीनगर और पुणे के अन्य उपनगरों में विभिन्न स्थानों पर है, 2008 से खाली थीं. ये दुकानें 15 सालों से अधिक समय तक बंद थीं.
नागरिक निकाय ने इन दुकानों को PMC द्वारा चुने गए SHGs को सस्ती दरों पर देने का फैसला किया है. उन्होंने कहा, "समाज कल्याण विभाग जल्द ही संपत्ति विभाग को एक व्यापक प्रस्ताव पेश करेगा और मंज़ूरी मिलने पर, इन दुकानों को विभिन्न धर्मार्थ और नेक कार्यों के लिए SHGs को lease पर दिया जाएगा." Self help groups ना केवल इन दुकानों पर अपने उत्पादों का प्रदर्शन कर सकेंगे बल्कि संपत्ति के long-term maintenance की जिम्मेदारी भी संभालेंगे.
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PMC के संपत्ति विभाग के महेश पाटिल ने कहा, "इस कदम से संपत्ति के लिए आवश्यक revenue उत्पन्न होगा और स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों के लिए एक बाजार उपलब्ध होगा. यह सभी के लिए एक जीत की स्थिति है, और हमारा लक्ष्य इसे लागू करना है." यह फैसला महिलाओं को बहुत मदद करेगा क्योंकि उन्हें अपने उत्पाद लोगों तक पहुंचाने के लिए हमेशा सिर्फ जगह की परेशानी रहती थी. इस पहल से उन्हें स्थान भी मिल जाएगा और वे अपने products को सबके सामने भी प्रदर्शित कर पाएंगी.