चंडीगढ़ (Chandigarh) में किसान मेले (Kisan Mela) का आयोजन किया गया जहां स्वयं सहायता समूह (SHGs) की महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. मेले में अपने हैंडमेड (SHG handmade products) और ऑर्गनिक प्रोडक्ट्स (Organic Products) के स्टाल लगाए जैसे शहद, अचार, लड्डू, पिन्नी, मसाले, साबुन, कॉस्मेटिक्स, दर्द और फ्लू के लिए घरेलू उपाय, स्क्वॉश, कैंडी आदि.
चंडीगढ़ का एक सेल्फ हेल्प ग्रुप, जिसमें 350 महिला सदस्य जुड़ी हैं, कंडी एरिया और नैचुरल प्रोडक्ट्स को साल 2003 से बेचने के साथ ज़रूरतमंद लोगों को मुफ्त सामान भी देती हैं.
SHG की सालाना आय 35 लाख
समूह सदस्य रेणु शर्मा बताती है कि, "उनकी सालाना आय पैतीस लाख है. वह फल और सब्जियों का व्यापर करती हैं. हिमाचल प्रदेश (Himanchal Pradesh) के पड़ोसी शहर तलवाड़ा की बरसाती मिट्टी का लाभ उठातीं हैं. प्राकृतिक फायदे से ऑर्गनिक प्रोडक्ट्स का उत्पादन कर रहे हैं. साथ ही अपनी पहुंच बड़े बाजार तक बढ़ा रहे हैं. हमारे सैम्पल्स ने यूएस फ़ूड अथॉरिटीज द्वारा तय की गई गाइडलाइन्स को भी पूरा किया है, और जैसे ही हमें लाइसेंस मिलता है हम US में एक्सपोर्ट करना शुरू कर देंगे."
ऑर्गेनिक उत्पाद लोगों तक पंहुचा रहीं SHG महिलाएं
SHG महिलाएं खाद्य आइटम से लेकर कॉस्मेटिक्स तक सारे ऑर्गेनिक उत्पाद लोगों तक पंहुचा रही हैं, जिससे लोगों को एक स्वस्थ और प्राकृतिक विकल्प मिलता है.
पटियाला (Patiala) की SHG महिलाएं, मसालों और कॉस्मेटिक्स में विशेषज्ञ है. खुद सामग्री उगाकर, फ्लू, जोड़ दर्द, और मुहासों जैसी समस्याओं के लिए रसायनिक मुक्त समाधान प्रदान कर रही हैं. उत्पादों को लोग काफी पसंद कर रहे हैं, जिससे डिमांड भी बढ़ी है. इस समूह में चौदह सदस्य हैं.
Self Help Group की महिलाएं अब सिर्फ घर में ही सिमित नहीं, बल्कि आगे बढ़कर समाज के हित में काम कर रही हैं. अलग-अलग रोजगार के अवसर अपनाकर आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं.