देश की महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार हो या राज्य सरकार, पहलों और परियोजनाओं से उनके विकास की नयी राह तैयार करती रहतीं है. लाड़ली बहना योजना हो, सुकन्या समृद्धि योजना या लाड़ली लक्ष्मी योजना, हर पहल से महिलाएं सशक्त और समृद्ध बनेंगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में ऐसी ही एक योजना की शुरआत करी है जिसे लखपति दीदी योजना कहा जा रहा है. इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को भारत में micro-enterprises शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करना है.
गिरिराज सिंह करेंगे लखपति दीदी स्कीम का कॉन्क्लेव
नयी दिल्ली (Delhi news) में ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह को लखपति दीदी योजना के तहत दो करोड़ महिलाओं को सक्षम प्रशिक्षण देने पर एक राष्ट्रीय सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे. ग्रामीण विकास मंत्रालय के अधिकारियों ने मंगलवार को कहा- "एक राष्ट्रीय सम्मेलन दीन दयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM) होगा."
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कार्यक्रम का उद्देश्य स्वयं सहायता समूहों (Self help group) में महिलाओं को प्रशिक्षित करना है ताकि वे कम से कम 1 लाख रुपये प्रति वर्ष की स्थायी आय अर्जित कर सकें. उन्होंने बताया कि सम्मेलन में मंत्री जी 'लखपति दीदी पहल' के लिए मिशन की रणनीति की समीक्षा करेंगे. DAY-NRLM, केंद्र सरकार का गरीबों की आजीविका में सुधार के लिए दुनिया की सबसे बड़ी पहल है.
प्रधानमंत्री में स्वतंत्रता दिवस पर की थी लखपति दीदी की घोषणा
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मिशन चार मुख्य components में invest के माध्यम से अपने उद्देश्य को प्राप्त करना चाहता है- सामाजिक गतिशीलता और ग्रामीण गरीबों के स्व-प्रबंधित और वित्तीय रूप से टिकाऊ सामुदायिक संस्थानों को बढ़ावा देना और मजबूत करना, ग्रामीण गरीबों का वित्तीय समावेशन, टिकाऊ आजीविका और सामाजिक विकास.
इस project ने दिल्ली और चंडीगढ़ को छोड़कर सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 742 जिलों में फैले 7,091 ब्लॉकों को कवर किया है. मंत्रालय द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार 9.54 करोड़ से अधिक महिलाओं को 87.39 लाख SHG में शामिल किया गया है. देश की महिला इस पहल से सशक्तिकरण की राह पर तेज़ी से आगे बढ़ेगी. देश का विकास महिलाओं के विकास के अधीन है. सरकारें इस बात को अपनी प्रार्थमिकता बनाकर काम कर रही है.