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श्रीनगर (Srinagar)में SARAS AAJEEVIKA 2.0 का दूसरा चरण सफलतापूर्वक समाप्त हुआ, इसमें NRLM से जुड़े स्वयं सहायता समूहकी महिलाएं और 150 ग्रामीण महिला कला कर्मियों ने अपने बनाये हुए उत्पादों को प्रदर्शित कर आजीविका कमाई.
ग्रामीण महिला कारीगरों ने लगाए 35 स्टाल्स
दस दिन का यह महिला-प्रधान मेला दल झील के खूबसूरत परिसर बुलेवार्ड पर आयोजित किया था, जिसमें 17 राज्यों की ग्रामीण महिला कारीगरों ने 35 स्टाल्स में हस्पताकृति, हथकरघा वस्त्र, घरेलू सजावट के टुकड़े और काष्टिक खाद्य उत्पाद जैसे उत्पादों को प्रदर्शित किया, जो जम्मू कश्मीर ग्रामीण आजीविका मिशन (JKRLM) द्वारा दिए गए थे.
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महिला उद्यमियों को मिली पहचान
मेले के दौरान, महिला उद्यमियों को पहचान और भारी सराहना मिली. हर खरीददार उनकी प्रशंसा कर रहा था. इससे उनकी बाजार और नए लोगों तक पहुंच बढ़ाने का अवसर मिला.
JKRLM कश्मीर के मिशन निदेशक, रेयाज़ बेघ ने कहा, “हमे सरस आजीविका 2.0 के लिए जबरदस्त प्रतिक्रिया देखकर ख़ुशी हैं. यह कार्यक्रम ने ग्रामीण महिलाओं (rural women) को अपने कौशल दिखाने, आय उत्पन्न करने और अपनी आजीविका बढ़ाने में भी मदद की है.”
सरस आजीविका 2.0 का सफल समापन ग्रामीण भारत के अंदर विशाल क्षमता का प्रतिनिधित्व करता है और ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने, आजीविका को बढ़ावा देने और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने में DAY-NRLM जैसी पहल इस गहन प्रभाव का प्रमाण है.