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तमिलनाडु में स्वयं सहायता समूह (Tamil Nadu Self Help Groups) को काम दिलाने के लिए, उन्हें आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए कूड़ा सफाई का काम करने के लिए निजी कंपनी के रूप में पंजीकृत किया गया है.
यह कदम स्वयं सहायता समूह के सदस्यों के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा. तमिलनाडु सरकार ने तिरुनेलवेली नगर निगम के स्वच्छता कर्मचारी स्वयं सहायता समूह के कामों को आउटसोर्स का निर्णय लिया. तमिलनाडु राज्य के सभी नगर निगमों में इसे अपनाया गया है.
नगर निगम के अधिकारी बताते है कि, " सलेम कारपोरेशन ने लगभग बारह सौ से ज्यादा स्वयं सहायता समूह और दूसरे नगर निगमों ने भी स्वच्छता और दूसरे कामों के लिए सेल्फ हेल्प ग्रुप्स को काम देना बंद कर दिया. तिरुनेलवेली नगर निगम के निजी ठेकेदार कंपनी के पांच सौ से ज्यादा कर्मचारियों और 761 स्वयं सहायता समूह के साथ काम कर रही है. इसे देखते हुए तिरुनेलवेली नगर निगम ने निजी कंपनी में बदल दिया जहां 60 साल कि उम्र तक सदस्य काम कर सकते हैं. जिससे उन्हें काम के लिए परेशानियां नहीं झेलनी पड़ेंगी साथ ही आर्थिक सशक्तिकरण भी होगा."
SHGs को सरकार के UDHYOG पोर्टल के ज़रिये कंपनी में पंजीकृत किया जाएगा. जहां उन्हें कर्मचारी राज्य बीमा निगम, कर्मचारी भविष्य निधि आदि जैसे सभी सामाजिक सुरक्षा लाभ मिलेंगे.
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नगर आयुक्त वी. शिवकृष्णमूर्ति बताते है कि, "SHG स्वच्छता कर्मचारी कंपनी के संयुक्त मालिक बनेंगे, जहां नगर निगम एग्रीमेंट साइन कर उन्हें वेतन देगा. स्वच्छता से जुड़े कामों के अलावा, जल आपूर्ति जैसे काम भी दिए जायेंगे. कलेक्ट्रेट और सरकारी कार्यालयों में भी वह काम करेंगे. नगर निगम के अनुमति के बिना उन्हें टर्मिनेट भी नहीं किया जा सकता जिससे उन्हें नौकरी जाने की चिंता भी नहीं होगी. निजी कंपनी के साथ हर तीन साल में नवीकरण होगा, लेकिन कर्चारियों को कंपनियों के साथ 60 साल तक काम करने की अनुमति है. पुरानी प्रणाली अक्टूबर में बंद कर नई प्रणाली को नवंबर से लागू किया जायेगा."