Teddy Bear के ज़रिये बेची खुशियां और कमाई आजीविका

Basti District के self help group की महिलाएं सरकार द्वारा 50 हजार का लोन इस्तेमाल कर टेडी बियर का निर्माण कर रही हैं. इनके द्वारा बनाए गए टेडी बियर को थोक में बेचा जाता है, जिससे समूह की हर एक महिला1 हज़ारों रुपए प्रति महीना कमाती नज़र आयी.

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Teddy Bear aur SHG

यह February महीना जिसको प्यार का महीना बोला जाता है, 14th February को Valentine's day भी मनाया जो प्रेम के प्रतीक को दर्शाता है. इस दिन लोग अपने प्रिय को कुछ gift कर उन्हें अपने प्रेम के अंदाज़ा दिलाते हुए नज़र आते है. और जो gift सबसे ज़्यदा प्रसिद्ध है वो है teddy bears. 

जब इस दिन को लोग इतने उत्साह के साथ मनाते है तो यह एक income का ज़रिया भी साबित होता है. और इसी का फयदा उठाते नज़र आयी Basti district के SHG की महिलाएं. देश की economy में महिलाओं की भागेदारी बढ़ाने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार द्वारा कई अलग अलग विधाओं पर जानकारी दी जा रही है. जो उन्हें मदद करेगा एक बेहतर आय और अधिक सुविधाओं के साथ एक अच्छी जीवनशैली अपनाने में. इस कड़ी में महिलाएं आगे बढ़ कर अपने आत्मनिर्भरता के लिए टेडी बियर्स बनाकर और उन्हें बेचकर लाखों कमाती दिखी. 

RSETI से मिली ट्रेनिंग और हुई सफलता की शुरुआत.

Basti District के सदर तहसील के महादेवा निवासी self help group  की महिलाएं सरकार द्वारा 50 हजार का लोन इस्तेमाल कर टेडी बियर का निर्माण कर रही हैं. इनके समूह में 12 महिलाएं है जिन्होंने RSETI से training भी मिली, जिससे इन महिलाओं ने यह काम शुरू किया और इनका काम काफी बड़े स्तर पर पहुंच चुका है. इनके द्वारा बनाए गए टेडी बियर को थोक में बेचा जाता है, जिससे समूह की हर एक महिला 12 से 15 हज़ार रुपए प्रति महीना कमाती नज़र आयी. 

समूह की महिला दुर्गावती शर्मा ने बताया कि "हम लोगों ने एक साल पहले टेडी बियर निर्माण का काम शुरू किया था. साथ ही सरकार ने हमें लोन देने के साथ ही मार्केट भी उपलब्ध कराया. जिससे हम लोगों द्वारा तैयार किए गए टेडी बियर आसानी से बिक भी जाते हैं." 

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Image credits: Village Square

महिलाएं हुई पैरों पर खड़े होने को तैयार 

डीएम बस्ती अंद्रा वामसी ने बताया कि "शासन के निर्देश पर महिलाओं को प्रशिक्षण देकर उनको रोज़गार उपलब्ध कराया जा रहा है. इस समय Basti district में 15,360 समूह हैं, जिसमें 1.5 लाख से अधिक महिलाएं काम कर रही हैं और आत्मनिर्भर बन रही हैं."

आज यह महिलाएं घर बैठने के बजाय काम कर लाखों कमा रहीं हैं और अपने साथ-साथ अपने परिवार का भी भरण-पोषण कर रहीं हैं. साथ ही इनको support करने के लिए सरकार भी कई नए कदम उठाकर इन महिलाओं की सहायता कर रही है. आने वाले समय में हम देखेंगे कैसे देश की महिलाएं अपने पैरों पर खड़ी होकर खुद के साथ देश का भी नाम रोशन करती नज़र आएंगी.

 

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