घाटे से उबारेंगी समूह की महिलाएं
आखिर मध्यप्रदेश (MP) में पहला नया रिकॉर्ड बनने जा रहा. स्वयं सहायता समूह (Self Help Group) की महिलाएं टोल प्लाजा (Toll Plaza) संभालेंगी. प्रदेश के कई टोल प्लाजा (Toll Plaza) अपने टारगेट के हिसाब से वसूली भी नहीं कर पाए. प्रदेश की टोल से बिगड़ती रेवेन्यू व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कैबिनेट (Cabinet) ने यह निर्णय लिया. इसकी शुरुआत प्रदेश के उज्जैन-मक्सी रोड (Ujjain-Maxi Road) पर कायथा (Kayatha) टोल से होगी. वराह मिहिर संकुल संगठन इसकी कमान संभालेगा. महिलाएं उत्साहित हैं. 28 अगस्त को इसकी विधिवत शुरुआत होगी. महिला सशक्तिकरण (Woman Empowerment) की दिशा में समूह की महिलाओं को बड़ी जवाबदारी के लिए मौका दिया जा रहा.
टोल प्लाजा पर टेनिंग लेती हुईं समूह सदस्य (Image Credit: Ravivar Vichar)
ट्रेनिंग के बाद दो शिफ्ट में देंगी ड्यूटी दीदियां
प्रदेश के पहले टोल के संचालन के लिए स्वयं सहायता समूह (Self Help Group) की महिलाओं की ट्रेनिंग शुरू हो गई. समूह (SHG) की अध्यक्ष कौसर परवीन कहती है- "हमें बहुत ख़ुशी है. इस टोल की वजह से 25 महिलाओं को नया रोजगार मिला. हम ट्रेनिंग के बाद 8-8 महिलाओं की शिफ्ट में काम करेंगे. हमें भरोसा है कि इस टोल को घाटे से बाहर निकल देंगे."
पिछले एक सप्ताह से समूह (SHG) की सदस्य अलग अलग तरह की ट्रेनिंग ले रहीं हैं. इसी समूह (SHG) की अरुण बाला अंजनिया बताती है- "हमें जब से पता चला कि कायथा टोल की जवाबदारी हमारे समूह को मिल रही तभी से हम बहुत उत्साहित हैं. हमारी आर्थिक स्थिति और अधिक सुधर जाएगी."
30 प्रतिशत हिस्सा समूह के नाम
इस पूरी वसूली का 30 प्रतिशत हिस्सा समूह सदस्यों को मिलेगा. आजीविका मिशन (Ajeevika Mission) के सहायक ब्लॉक प्रबंधक (ABM) आशुतोष लाल दास ने बताया- "हमारे समूह की पूरी तैयारी है. ट्रेनिंग के बाद 26 को एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग होगी. 28 अगस्त से समूह की महिलाएं कायथा टोल को संभालेंगी."
कायथा टोल को संबंधित एजेंसी कवर नहीं कर पाई. नियमानुसार सालाना 2 करोड़ रुपए से काम की वसूली होने से एजेंसी ने काम छोड़ दिया. प्रदेश के ऐसे टोल को सरकार ने स्वयं सहायता समूह (Self Help Group) को देने का निर्णय लिया. इस क्रम में उज्जैन (Ujjain) जिले के कायथा टोल उज्जैन- मक्सी रोड पर आवंटित किया.
"इस टोल प्लाजा को लेकर उज्जैन के कलेक्टर (DM) कुमार पुरुषोत्तम (Kumar Purshottam) लगतार समूह (SHG) की महिलाओं का हौसला बढ़ा रहे. आजीविका मिशन (Ajeevika Mission) के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि समूह कि सदस्यों को पूरी तरह ट्रेनिंग दिलवाएं. सदस्यों को कोई परेशानी न हो."