मध्यप्रदेश में Self Help Group की महिलाओं नया काम मिल सकता है. रोजगार के साथ ये महिलाएं 3 से 6 साल के मासूमों के लिए Anganwadi Centres पर पौष्टिक नाश्ता तैयार करेंगी. कमाई के साथ SHG की महिलाओं के सामने नई चुनौती शुद्धता की होग
Selected SHGs को मिलेगा Anganwadi में काम
Pilot Project के तहत महिला एवं बाल विकास निदेशालय (WCD) ने MP के Bhopal के 100 चिन्हित आंगनबाड़ी केंद्रों (Anganwadi Centres) पर दर्ज बच्चों के लिए Nutrition Breakfast परोसने के लिए कवायद शुरू कर दी. इस काम के लिए Self Help Group in Bhopal के बारे में विचार किया जा रहा. शासन द्वारा ऐसे SHG के नाम पर विचार किया जा रहा, जो बच्चों को समय पर पौष्टिक नाश्ता तैयार कर परोस सके.
SHG की महिलाएं पहले से ही Schools में MDM बना रहीं (Image: Ravivar VICHAR)
Woman And Child Department आयुक्त डॉ. आरआर भोसले ने बताया- "शुरुआत में नए नाश्ते के भोजन को पायलट आधार पर चयनित आंगनवाड़ियों में बच्चों को दिया जाएगा. इस प्रोजेक्ट से अच्छे परिणाम और सरकार से स्वीकृति मिलने पर, इस परियोजना को राज्य के अन्य आंगनवाड़ी केंद्रों में भी लागू कर सकते हैं."
आंगनबाड़ी में हर बच्चे पर खर्च होंगे 3 रुपए !
Women And Child Department के लिए यह व्यवस्था बड़ी चुनौती मानी जा रही. विभाग के अनुसार चार से पांच पौष्टिक नाश्ता के आइटम्स पर काम किया गया है. यही आंगनवाड़ी के बच्चों को परोसे जाएंगे. ख़ास बात इस प्रोजेक्ट के लिए हरेक बच्चे के लिए 3 रुपए स्वीकृत किए. यह पैसा और पौष्टिक नाश्ता की क्वालिटी चुनौती बन सकती है. हालांकि Ajeevika Mission से जुड़ी SHG की महिलाएं कई शैक्षणिक संस्थाओं में MDM (Mid Day Meal) काम कर रहीं हैं.