भोपाल (Bhopal) में स्वयं सहायता समूह (Self Help Group) की महिलाओं के लिए मुख्यमंत्री (Chief Minister) शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने भोपाल हाट (Bhopal Hat) में राज्य-स्तरीय आजीविका मार्ट (Ajeevika Mart) एवं सरस मेला-2023 (Saras Mela) का उद्घाटन किया. इस मेले में पूरे राज्य से Self Help Group की महिलाएं अपने द्वारा बनाए प्रोडक्ट्स लेकर पहुंची. सीएम (CM) चौहान (Chauhan) ने समूह (SHG) के कार्यों की तारीफ की.
शहर में बनेगी गांव की मिसाल
इस भोपाल हाट (Bhopal Hat) परिसर की जानकारी राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (Ajeevika Mission) के सीईओ (CEO) एल.एन. बेलवाल (N.L.Belwal) ने कहा- "यह मार्ट 49 लाख 34 हजार रुपए की लागत से तैयार हुआ. यह प्रदेश में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के लिए बड़ी उपलब्धि है. सभी 53 जिलों के स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों की बिक्री की जाएगी."
सीएम (CM) चौहान (Chauhan) ने कहा- "इस मार्ट से समूह की महिलाओं की काबिलियत और उत्पाद से शहरी उपभोक्ता सीधे जुड़ सकेंगे. इस प्रक्रिया से बिचौलिए से महिलाओं को मुक्ति मिलेगी. ये गांव के समूह शहर में मिसाल बनेंगे."
भोपाल में आजीविका मार्ट शुभांरभ के मौके पर बैठे समूह सदस्य और स्टाफ (Image Credits: Social media)
पतंजलि का मिलेगा टेक्निकल सपोर्ट
खास बात यह है कि पतंजलि आयुर्वेद (Patanjali Ayurved) तकनीकि सहायता प्रदान करेगा। मिशन के अनुसार विभिन्न जिलों के उत्पादों के वितरण के लिए 43 ग्रामीण मार्ट संचालित हैं. ऐसा फ्रेम तैयार किया गया है जिससे ये नया आजीविका मार्ट (Ajeevika Mart) इन सभी ग्रामीण मार्टों के समन्वय सेंटर का काम करेगा.इस अयोजन में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया (Mahendra Singh Sisodiya), महापौर मालती राय, अपर मुख्य सचिव (APS) मलय श्रीवास्तव (Malay Shrivastava) एवं ग्रामीण आजीविका मिशन के सीईओ (CEO)एल.एन. बेलवाल (N.L.Belwal) सहित मिशन के स्टेट प्रोजेक्ट मैनेजर, SHG के सदस्य सहित दूसरे लोग मौजूद थे.
प्रदेशभर में समूह में उत्साह
इस नई पहल को लेकर नर्मदापुरम के DPM आशीष शर्मा ने कहा- "यह समूह के लिए नए रस्ते खोलेगा. मार्केटिंग की नई जगह मिलेगी."
देवास की DPM शीला शुक्ला ने बताया- "जिले में समूह की महिलाओं में विशेष उत्साह है. वे अपने प्रोडक्ट्स प्रदेश स्तर तक पहुंचा सकेंगे."
उमरिया जिले के DPM प्रमोद शुक्ला और मुरैना के DPM दिनेश तोमर का कहना है- "हर जिले में समूह अपने हिसाब से प्रोक्ट्स तैयार कर रहीं. उनकी पहचान को अब प्रदेश स्तर पर पहचान मिलेगी. उनकी आर्थिक स्थिति में और सुधार होगा."