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Image Credits: Down To Earth
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भारत के स्वयं सहायता समूहों (SHGs) का गठन तेज़ी से बढ़ने के साथ यह समूह महिलाओं के जीवन में भी सकारात्मक बदलाव की पहल कर रहे है. महिलाएं स्वावलंबी बन रही है और अपने परिवारों को आर्थिक मदद भी कर पा रही है. भारत सरकार देश की हर महिला को सशक्त बनाने की नयी परियोजनाएं और प्लांस लाती रहती है. इसी कड़ी में एक और कदम आगे बढ़ाते हुए ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आमा पोखरी योजना शुरू की है. इस योजना में 115 शहरों में 2000 से ज़्यादा जल निकायों को रेजुविनेट किया जाएगा.
जलस्रोतों को रेजुविनेट करने की ज़िम्मेदारी मिशन शक्ति Self Help Group और विभिन्न महाविद्यालयों की छात्राओं को सौंपी गई है. लोक सेवा भवन में योजना का शुभारंभ करते हुए नवीन पटनायक ने कहा- "मिशन शक्ति SHG की माताएं पहले से ही मुक्ता योजना के तहत जल साथी की भूमिका में सराहनीय काम कर रही हैं. मुझे विश्वास है कि वे जल निकायों को पुनर्जीवित करने के लिए बनाई गई आमा पोखरी योजना के तहत और भी बेहतरीन प्रदर्शन करेंगी."
उन्होंने अपनी बात को पूरा करते हुए कहा- "जल निकाय हमारे शहरी जीवन का अभिन्न अंग हो सकते हैं और हमें इसे संरक्षित और पोषित करने के लिए हर संभव कदम उठाना चाहिए." मंत्री उषा देवी ने भी मिशन शक्ति योजना की महिलाओं को सराहा और उन्हें हौसला दिया. SHG महिलाओं के लिए यह एक बड़ा कदम साबित होगा, क्यूंकि वे जल निकायों को साफ़ और संरक्षित करने के साथ अपने लिए एक जीविका का स्त्रोत भी तैयार कर पाएंगी.