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Image Credits: The Hindu official twitter account
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स्वयं सहायता समूहों (SHG) के बने प्रोडक्ट्स क्वालिटी हो या प्राइस हो बेस्ट ही होते है. इसीलिए सरकार की पूरी कोशिश होती है कि उन्हें लोगों तक पहुंचाए और हर किसी को प्रोडक्ट्स खरीदने के लिए प्रेरित करे. इसी कड़ी में आगे बढ़ते हुए तमिलनाडु मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने बुधवार को वेइंथानकुलम नए बस स्टैंड के पास पुनर्निर्मित 'पूमलाई' वाणिज्यिक परिसर का वीडियोकांफ्रेंसिंग से उद्घाटन किया, जहां स्वयं सहायता समूह अपने प्रोडक्ट्स का प्रदर्शन करते है और बेचते हैं. पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री आर.एस. राजकन्नप्पन और कलेक्टर के.पी. कार्तिकेयन ने पारंपरिक दीप प्रज्वलित किया.
दस Self Help Groups के पास अपने उत्पाद बेचने के लिए अपनी दुकानें हैं जिनमें पट्टामदाई चटाई, राधापुरम ताड़ के पत्ते के उत्पाद, लकड़ी के खिलौने और अंबासमुद्रम के शोकेस उत्पाद, वागईकुलम पीतल के बर्तन, कारुकुरिची के मिट्टी के बर्तन, पुथुक्कुडी की साड़ियां, पापनासम, कलक्कड़ में पश्चिमी घाट के कानी जनजातियों द्वारा निकाला गया शहद शामिल हैं. स्वयं सहायता समूह हस्तशिल्प, शहद, हल्दी, लौंग, नारियल के गोले से बने शोकेस टुकड़े, केले के फाइबर उत्पाद, समुद्री सीपियों से बने सजावटी उत्पाद, देवदार गुड़िया, सूखी मछली, जूस, अचार, साबुन और जूट उत्पाद बेचते हैं.