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कृषि से जुड़े काम करती महिलाएं (Images: Ravivar Vichar)
कृषि से जुड़े काम करती महिलाएं (Images: Ravivar Vichar)
केंद्र सरकार (Central Goverment) के ग्रामीण विकास मंत्रालय (Rural Devlopment Ministry) ने देशभर की ऐसी महिलाओं को टारगेट में लिया जो बेरोजगार हैं. SHG से जोड़कर कर इन महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा. प्रधानमंत्री (Prime Minister) नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) खुद इस प्रोजेक्ट पर अपनी निगाह रखे हुए हैं.
स्वयं सहायता समूह (Self Help Group) से जुडी महिलाओं की आमदनी कम से कम दस हजार रुपए महीना हो. यह फोकस किया जा रहा है. पीएम (PM) नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा- "महिलाओं की कमाई लगातार बढ़ रही. स्वयं सहायता समूह की मदद से कृषि और गैर कृषि क्षेत्र के कारोबार कर अपनी कमाई कर रही. इसे और आगे बढ़ाना है.मैं चाहता हूं कि देशभर में दो करोड़ लखपति दीदी यानि इन सदस्यों की महीने की कमाई कम से कम दस हजार रुपए तक पहुंचाना है."
गैर कृषि काम में अगरबत्ती बना रहीं SHG महिलाएं (Images: Ravivar )
किसी Self Help Group को मजबूत करने के लिए उसके बनाए प्रोडक्ट्स को सही दाम मिलाना चाहिए. केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री (Central Rural Devlopment Minister) गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने बताया- "गांवों में जिन परिवारों के पास रोजगार नहीं है, उन परिवार की कम से कम एक महिला सदस्य को समूह से जोड़कर कृषि या गैर कृषि कारोबार से जोड़ा जाए. उनके उत्पादों को मार्केट चेन से जोड़ने के लिए सरकार काम कर रही है. इस प्रक्रिया से प्रोडक्ट्स बिकेंगे और महिला सदस्य को अर्थक मजबूती मिलेगी."
हाल ही में हुए G 20 सम्मलेन में भी सभी देशों का फोकस महिला सशक्तिकरण (Women Empowerment) रहा. भारत (Bharat) और पीएम (PM) मोदी (Modi) ने इसे लीड किया. केंद्र और राज्य सरकारें प्रयास कर रहीं कि पात्रता के आधार पर किसी न किसी बीमा योजना का लाभ समूह की महिलाओं को जरूर मिले. साथ ही उनके आवास, शौचालय और दूसरी योजनाओं का लाभ भी मिले.