आज की महिला आगे बढ़ रही है और हर उस काम में बेहद शानदार प्रदर्शन कर रही है जिसके लिए शायद उसे कभी ये सुनना पड़ा हो कि 'तुम ये नहीं कर सकती'. क्या है ना हम महिलाओं और लड़कियों ने ये अब इतना सुन लिया है कि अब हर काम करने में हमें एक नए किसम ख़ुशी मिलती है.
ये सिर्फ शहरों में रहने वाली महिलाओं की बात नहीं हो रही है बल्कि देश की हर उस महिला की बात है जिसनें अपने जीवन कभी कुछ करने की कोशिश की है और किसी ना किसी ने उसे काम के काम के बीच उसका हौसला तोड़ा है.
लेकिन अब हालात बदल चुके है, क्योंकि अब हमारी सरकार ये समझ चुकी है कि देश की महिलाओं का सशक्तिकरण ही देश को आएगी बढ़ाने का एक मात्र उपाय है. इसी के साथ बड़ी बड़ी कंपनियां जैसे Reliance group या Adani group भी अपनी corporate social responsibility जिसे आम भाषा में हम और आप जैसे लोग CSR activities कहते है, के साथ भारतीय ग्रामीण महिला को सशक्त करने का हर मौक़ा अपना और आज़मा रहे है.
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Adani electricity और Adani Group की Swabhiman CSR पहल
तो ऐसी ही एक पहल के तहत Adani Electricity और Adani Group ने अपने CSR पहल तो अंजाम तक पहुंचाया है. उन्होंने मुंबई में 3000 से ज़्यादा underprivileged महिलाओं को सशक्त करा है, जो कि एक बहुत बड़ी बात है. सरकार का एक पहल है जिसका नाम है sustainable livelihood mission. इसी के तहत Adani की CSR activity ने यह पहल पूरी की, जिसमें उन्होंने स्वयं सहायता समूह या self help group की मदद से महिलाओं को आगे बढ़ाया है.
हाल ही में इन महिलाओं में से करीब 100 महिलाओं ने अपनी कला को इतने बड़े मंच पर सबके सामने रखा है. इन महिलाओं ने अपने हस्तशिल्प उत्पाद, जिन्हे हम और आप अक्सर handicraft products भी कहते है, दिखाए है. महाराष्ट्र आर्थिक विकास मंडल (MAVIM) ने हीरानंदानी पवई में इस SHG Expo का प्रदर्शन रखा था.
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Self help group की महिलाओं को मिला मंच
ये सरकारी एजेंसी महिलाओं के सशक्तिकरण में लगी हुई है. इस मंच के मिलने से इन महिलाओं को अपने उत्पाद बेचने के लिए एक बेहतरीन मौका मिला है. अक्सर इन महिलाओं की सबसे बड़ी परेशानी ही ये हितो है कि इन्हे अपना काम लोगों के सामने रखने के लिए मंच ही नहीं मिलता. यह मंच सिर्फ उन्हें अपने उत्पाद बेचने का ही मौका नहीं दे रहा, बल्कि उनके लिए व्यापर के नए अवसर पैदा कर रहा है.
हाथ से बनी मोमबत्तियां हो, या वर्ली आर्ट, मसाले हो या best out of waste वाले उत्पाद...इन महिलाओं ने सब कुछ बड़े बड़े लोगों के सामने प्रदर्शन किया है. और इन उत्पादों ने इन महिलाओं के स्टाल्स पर बहुत से मेहमानों को आकर्षित भी किया.
अदाणी फाउंडेशन के प्रवक्ता सुबोध सिंह ने कहा, "महिलाओं को मजबूत करना भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है. Self Help Group सामूहिक विकास के लिए एक शक्तिशाली मंच प्रदान करते हैं, और हमें ऐसे अवसरों का लाभ उठाना चाहिए."
अब आप समझ सकते है कि इन महिलाओं का आगे बढ़ना देश के लिए कितना आवश्यक है. भले ही उन्हें आज तक पीछे रखा गया हो, लेकिन अब वह समय आ चुका है जब देश में सबसे आगे उन्हें रखना होगा, क्योंकि आजतक पीछे थीं तो क्या हुआ ये सब हमनें देख लिया है.