ईरान में फिर हिजाब जरूरी ...Morality Police का कहर जारी

ईरान में 1983 से हिजाब पहनना महिलाओं के लिए mandatory था. Morality police का बेतुकापन शुरू किया गया 2006 में. "गश्त-ए-इरशाद" पूर्व कट्टरपंथी राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद के तहत स्थापित ईरान की पुलिस की एक यूनिट है.

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रिसिका जोशी
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Iran Morality police news

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"अगर हिजाब नहीं पहनेंगे तो इन्हे लाश धोने की सजा दी जाएगी, सोशल मीडिया से ब्लॉक कर दिया जाएगा, दिमागी हालत ठीक नहीं है कहा जाएगा," और ये सब हो रहा है 21वी सदी में. ये ईरान के हाल है आज भी, जहां अगर महिला हिजाब ढंग से ना पहने हुए पाए गए, तो आपको वहां की so called morality police पकड़ कर जेल में बंद कर देगी.

Morality Police Iran

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कितनी ओछी और बेतुकी सोच है ये! भारत देश में, जहां हमें हर धर्म, हर तौर तरीके के साथ जीने की आदत डाली है बचपन से, वहा जब इस तरह की बात सुनने में आए तो शर्म आती है इंसानियत पर. ईरान में आज भी लड़कियों को हेडस्कार्फ और ढीले कपड़े पहनने के लिए फ़ोर्स किया जाता है. ये कहकर कि अगर महिला इस तरह से कपड़े नहीं पहनेगी तो आदमी provoke हो सकता है, और उनके साथ कुछ ग़लत कर सकता है.

किसने शुरू की Morality Police?

ईरान में 1983 से हिजाब पहनना महिलाओं के लिए mandatory था. लेकिन ये Morality Police का बेतुकापन शुरू किया गया 2006 में. "गश्त-ए-इरशाद" जिसे "नैतिकता पुलिस" के नाम से जाना जाता है, पूर्व कट्टरपंथी President Mahmoud Ahmadinejad के तहत स्थापित ईरान की पुलिस की एक यूनिट है. ईरान के कानून के हिसाब से हर महिला जो सात साल के ऊपर की है उसे हिजाब पहनना आवश्यक है.

Mahmoud Ahmadinejad

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ईरान के सामाजिक नियमों का एक बड़ा हिस्सा Islamic Sharia law पर तैयार किया गया है, जिसके तहत पुरुषों और महिलाओं दोनों को शालीन कपड़े पहनने की ज़ररत को importance दी गयी है. हालाँकि नैतिकता पुलिस (Morality police iran) ने हमेशा से majorly सिर्फ महिलाओं को निशाना बनाया.

महसा अमिनी को किया था हिजाब ढंग से ना पहनने पर गिरफ्तार

सितम्बर 2022 में Jina Mahsa Amini नाम की एक 22 साल की लड़की को इसी morality police ने तेहरान से गिरफ्तार कर लिया था. जुर्म था ढंग से सर न ढाका होना! इस बात पर उसे इतना मारा गया कि वह coma में चली गयी और 3 दिन बाद उसकी मौत हो गयी. पूरा विश्व हैरान था... क्या सच में महसा अमिनी ने इतनी बड़ी गलती कर दी थी कि उसे मौत नसीब हुई.

Mahsa Amini

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ईरान में हर लड़की का खून खौल उठा. सड़कों पर उतरी और अपनी बाल काट दिए, हिजाब फाड़े और जलाए, ईरान सरकार को इस पुलिस को ख़त्म करने के लिए फ़ोर्स किया और ये सिर्फ ईरान में ही नहीं हो रहा था, पूरी दुनिया थी महसा अमिनी और ईरान की हर लड़की के साथ. हर जगह प्रोटेस्ट, रेवोल्ट्स और सड़क पर हंगामें शुरू हो गए. Oslo स्थित NGO Iran Human Rights ने मंगलवार को कहा कि देश भर में चल रहे विरोध प्रदर्शनों में कम से कम 448 लोग मारे गए हैं। हजारों लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें प्रमुख ईरानी अभिनेता और फुटबॉल खिलाड़ी भी शामिल हैं.

ईरान में फिर शुरू हुआ morality police का कहर

ईरान को मजबूरन मोरालिटी पुलिस को भंग करने का फैसला सब के सामने रखना पड़ा. इस फैसले से पूरी दुनिया खुश थी, लेकिन वहां की लड़कियां जानती थी कि ऐसा कुछ नहीं होने वाला. एक morality police से पीड़ित लड़की ने बयान दी कि- "कौन कहता है morality police अब भंग कर दी गयी है. वह अभी भी सड़को पर एक्टिव है. मैं ऐसे किसी भी इंसान को नहीं जानती जो इस बात को मानता हो." कुछ ही समय हुआ था कि 2023 में इस पुलिस को फिर से officially एक्टिव कर दिया गया.

Mahsa Amini protest news

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सोच कर हंसी भी आती है और गुस्सा भी. किस ज़माने में जी रहे है ये लोग. एक लड़की क्या पहनेगी... इतनी सी बात के लिए morality police को establish किया ईरान सरकार ने. अगर थोड़ा सा वक़्त अपनी सोच को बदलने में और पुरुषों को नैतिकता सिखाने में लगाते तो शायद हर लड़की आज अपने आप सुरक्षित महसूस करती.

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