हाल ही में MP और CG में self help group से जुडी महिलाओं को promote करने वाले Ajeevika Mission के अधिकारियों को भी कई मंचों पर सम्मानित किया. इन सम्मान में हर कैटेगरी के अधिकारी-कर्मचारी सम्मानित किए.
गांवों में की काउंसलिंग, समूह बनवाकर दी नई हिम्मत
मध्यप्रदेश हो,छत्तीसगढ़ हो, राजस्थान या उत्तरप्रदेश राज्य सभी जगह self help group की महिलाओं के पीछे आजीविका मिशन के वो अधिकारी रहे जिन्होंने गांव-गांव जा कर सरकार की मंशा को बताया.महिलाओं की काउंसलिंग की और स्वयं सहायता समूह बनवाए.
कभी आर्थिक रूप से कमज़ोर और मजदूरी तक सिमित ये ही महिलाएं आत्मनिर्भर बनी.
Dewas जिले की DPM Sheela Shukla को राष्ट्रीय आयोजन में सरकार के प्रतिनिधि कलेक्टर DM IAS Rishav Gupta द्वारा उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया.
DPM Sheela Shukla कहती हैं-"यह हमारा कर्तव्य है.हम उनमहिलाओं के लिए काम कर रहे जो आर्थिक कमज़ोर हैं.शासन की योजनाओं को जानती तक नहीं.ख़ुशी होती है कि ज़िले की ही SHG की रुबीना बेगम से Prime Minister Narendra Modi ने बात की.यह सम्मान मेरा नहीं बल्कि उन महिलाओं का है जो मेहनत कर रहीं."
देवास में समूह की महिलाएं लाख के कंगन बनाते हुए आत्मनिर्भर बनी (Image: Ravivar Vichar)
पूरे प्रदेश के हर ज़िले में Ajeevika Mission से जुड़े लोगों को सम्मानित किया.morena ,chhatrpur,umaria, balaghat, raisen, betul, dhar, burhanpur, neemuch जैसे हर जगह महिलाओं ने रोजगार खड़े किए.
97 प्रतिशत महिलाएं समूह से जुड़ हुईं आत्मनिर्भर
छत्तीसगढ़ के Raigarh अतंर्गत Pussore block में Ajeevika Mission Bihan में Coordinator Janki Sahu को भी जनपद पंचायत CEO Banarjee ने सम्मानित किया.
रायगढ़ के पुसौर में जानकी साहू को सम्मानित किया (Image: Ravivar Vichar)
Janki Sahu बताती है-"हमारे ब्लॉक में 97 प्रतिशत महिलाओं को समूह से जोड़ने में सफल हुई.ये महिलाएं कई तरह के काम कर रहीं.केवल इसी ब्लॉक में लगभग 29 सौ SHG के समूह बना कर 32 हज़ार महिलाएं जुड़ीं.मुझे ख़ुशी है कि अधिकारियों ने खास मौके पर हमें प्रोत्साहित किया."
छत्तीसगढ़ राज्य में भी Naxalite Area में bihan के अधिकारियों ने समूह बना कर महिलाओं को भयमुक्त करने में बड़ी भूमिका निभाई. यहां भी कई अधिकारी सम्मानित हुए.Ravivar Vichar ऐसे अधिकारी और कर्मचारियों की सराहना करता है जो अपने दायित्व निभाते हुए जरूरतमंद महिलाओं और उनके परिवारों को आर्थिक मजबूती में समन्वय बना सके. हालांकि अभी भी कई जिलों में आजीविका मिशन में दिखाई दे रही कमियों को दूर करने की जरुरत है जिसकी वजह से ग्रामीण महिलाएं रोजगार पाने से आवंछित है.उम्मीद की जा सकती है कि वे अधिकारी ऐसे सम्मानित अधिकारियों से प्रोत्साहित होंगे.