पत्रकारिता के जगत में शिरीन भान (Shereen Bhan) वह नाम है जो दृढ़ संकल्प का प्रमाण देती है. CNBC-TV18 के प्रबंध निदेशक (Managing Editor) के रूप में, उन्होंने पुरुष प्रधान मीडिया फील्ड में अपनी पहचान बनाई और महत्वाकांक्षी फीमेल जर्नलिस्ट्स (female journalists) के लिए प्रेरणा बनी. शिरीन का जन्म कश्मीर (Kashmir) में हुआ. उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा कश्मीर के केंद्रीय विद्यालय और वायु सेना बाल भारती स्कूल नई दिल्ली से पूरी की. भान ने दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज से फिलोसफी में और पुणे विश्वविद्यालय से कम्युनिकेशन स्टडीज (communication studies) में डिग्री हासिल की.
कॉर्पोरेट, वित्त, और नीति संबंधी समाचारों पर निडर नज़रिया पेश कर रहीं शिरीन भान
भान की कार्य वर्क एथिक्स (work ethics), क्रेडिबिलिटी (credibility) और जटिल विषयों को कवर करने के निडर नज़रिये ने उन्हें सम्मान और मान्यता दिलाई. उन्होंने प्रभावशाली हस्तियों के इंटरव्यूज (interviews) के ज़रिये दर्शकों को वित्त, व्यवसाय और राजनीति (politics) जैसे क्षेत्रों की समझ बढ़ाने में मदद की.
शिरीन भान (Shereen Bhan) के पास करीब 20 वर्षों का अनुभव है, जिनमें से 14 वर्ष उन्होंने कॉर्पोरेट, नीति संबंधी समाचारों और घटनाओं को ट्रैक करने में बिताए. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत करण थापर (Karan Thapar) के प्रोडक्शन हाउस इन्फोटेनमेंट टेलीविजन में न्यूज़ रिसर्चर (News Researcher) के रूप में की. वह स्टार टीवी के 'वी द पीपल' और सब टीवी के 'लाइन ऑफ फायर' जैसे शो का हिस्सा रही हैं. वह दिसंबर 2000 में CNBC-TV18 में शामिल हुईं. शेरीन यंग टर्क्स की एंकर और संपादक भी रही है, जो उद्यमियों पर भारत के सबसे लंबे समय तक चलने वाले शो में से एक है. शेरीन ने लगातार दो सालों तक 'सर्वश्रेष्ठ बिजनेस टॉक शो' पुरस्कार जीता. मीडिया में योगदान के लिए 'फिक्की वुमन ऑफ द ईयर' पुरस्कार जीता और विश्व आर्थिक मंच द्वारा उन्हें 'यंग ग्लोबल लीडर' नामित किया गया. 'न्यूज़ टेलीविज़न अवार्ड्स' में 'बेस्ट बिज़नेस एंकर अवार्ड' भी जीता.
लैंगिक समानता पर चर्चा कर रहा 'फ्यूचर फीमेल फॉरवर्ड'
CNBC-TV18 ने लैंगिक समानता (gender equality) पर चर्चा को बढ़ावा देने और महिलाओं के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने के लिए 'फ्यूचर फीमेल फॉरवर्ड' (Future Female Forward) पहल शुरू की. शेरीन भान इस पहल के ज़रिये लैंगिक अंतर को दूर कर महिलाओं को सशक्त (women empowerment) बनाने वाली पहलों को आगे बढ़ा रही है. शो के ज़रिये वह लीडरशिप रोल्स (female leadership) में महिलाओं को बढ़ावा देने, कार्यस्थल में लैंगिक भेदभाव (gender discrimination) और असमान वेतन (unequal pay) जैसी चुनौतियों को दूर करने पर ज़ोर देती है.
पत्रकारिता (journalism) के अलावा, भान महिलाओं को सशक्त बनाने वाली कई पहलों का समर्थन कर रही हैं. वह इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस की गवर्निंग काउंसिल की सदस्य है, जो लैंगिक विविधता और महिला नेतृत्व को बढ़ावा देने पर जोर देती है. वह कई युवा महिला उद्यमियों को प्रेरित कर रही है. टॉप पोज़िशन पर पहुंच वह ज़्यादा से ज़्यादा महिलाओं को अपने साथ देखने का सपना देखती है. लैंगिक समानता के लक्ष्य के साथ काम करते हुए शिरीन कई यंग एंटरप्रेन्योर्स (young entrepreneurs) के लिए रोल मॉडल बनी.