स्वयं सहायता समूह (self help group) ग्रामीण महिलाओं (rural women) को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने का ज़रिया बन रहे हैं. समूह का हिस्सा बन महिलाएं रोज़गार शुरू करने और खुद पैसा कमाने में सक्षम बनीं (benefits of joining SHG). SHG वह योजना है जो महिलाओं को बिज़नेस वुमन बनने में काम ब्याज पर लोन देकर उनका समर्थन करती है (women starting business by joining SHG). सरकार उसी स्वयं सहायता समूह (SHG) को पैसा एवं बिना ब्याज के लोन देते है जो नियमित रूप से चल रहा है एवं सभी नियमो का पालन कर रहे है.
स्वयं सहायता समूहों को मिल रही आर्थिक सहायता
समूह में जुड़ने वाली महिलाओं को बैंक सखी, पशु सखी, बिजली सखी, बीसी सखी, मनरेगा मेट के रूप में नौकरी मिलती है. समूह बनने के 3 महीने बाद जरूरी सामान खरीदने के लिए सरकार 1500 रूपए देती है (money given by government to SHG). SHG शुरू होने के 6 महीने बाद रोजगार शुरू करने के लिए 15000 रूपए दिए जाते हैं.
लोन आवेदन कैसे करें?
महिला समूह को लोन लेने के लिए सरकार की वेबसाइट nrlm.gov.in को ओपन कर quick links के विकल्प को चुनना होगा (how can SHGs apply for loan). वहां से बैंक लोन के ऑप्शन पर जाए. इसके बाद नया पेज खुलेगा जिसमे यूजरनेम ,पासवर्ड और कैप्चा कोड भरकर लॉगिन करन होगा. आवेदन करने का फॉर्म खुल जायेगा जिसमे पूछी गई जानकारी भरकर सबमिट करे. कुछ ही दिनों में समूह के खाते में लोन की राशि भेजी जाती है.
समूह से जुड़ आर्थिक आज़ादी की कहानियां लिख रहीं ग्रामीण महिलाएं
यदि कोई समूह बड़ा बिजनेस शुरू करना चाहता है तो उसे बिना ब्याज के 110000 तक का लोन मिल सकता है. यह सहायता महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए दी जाती है. समय पर लोन चुकाने पर टॉप-अप ऑप्शन भी मिलता है. माइक्रो फाइनेंस के ज़रिये देश के कोने कोने में महिला एंट्रेप्रेन्योर्स आर्थिक आज़ादी की कहानियां लिख रही हैं. रविवार विचार ऐसी ही महिलाओं की कहानियों को प्लेटफॉर्म देता है जो चुनौतियों से उभर कर अपने पैरों पर कड़ी हो रही हैं.