सस्टेनेबल अगरबत्ती, सस्टेनेबल कुकिंग डिवाइस, सस्टेनेबल लेदर, सस्टेनेबल बैग... फिर मेंस्ट्रुअल प्रोडक्ट्स सस्टेनेबल क्यों नहीं? यही सवाल बना अनिका पाराशर (Anika Parashar) की इंस्पिरेशन. अपनी प्रेगनेंसी (pregnancy) के दौरान अनिका को एहसास हुआ कि महिलाओं के स्वास्थ्य (Women's Health) से संबंधित कई मुद्दे हैं जिनके बारे में खुलकर बात नहीं की जाती. उन्होंने अपनी नौकरी से इस्तीफा दिया और बर्थ प्रोफेशनल (birth professional) के रूप में काम शुरू किया और आगे चलकर 'द वूमन्स कंपनी' (The Woman's company) की शुरुआत की.
सस्टेनेबल मेंस्ट्रुएशन के लिए बनाये बायोडिग्रेडेबल और ऑर्गनिक प्रोडक्ट्स
अनिका बताती है कि, "मैं नहीं चाहती थी कि मेरी बेटी अपनी मेंस्ट्रुएशन यात्रा यह सोचकर शुरू करे कि,ओह, मैं अगले 35 वर्षों तक परेशानी में हूं." द वूमन्स कंपनी की शुरुआत इस कोशिश के साथ हुई कि हर लड़की और महिला के पास ऐसे उत्पाद हों जो उन्हें फुटबॉल, कराटे जैसे शौक को आसानी से जारी रखने में सक्षम बनाये, और इसके लिए वह केमिकल फ्री (chemical free menstrual products) रास्ता अपनाना चाहती थी. सस्टेनेबल मेंस्ट्रुएशन (sustainable menstruation) की ओर कदम उठाते हुए उन्होंने बायोडिग्रेडेबल (biodegradable) और ऑर्गनिक हेल्थ प्रोडक्ट्स (organic health products) बनाये, जिसकी पैकेजिंग भी पूरी तरह से ईको फ्रेंडली (eco-friendly packaging) होती है.
द वूमन्स कंपनी बना रही ईको फ्रेंडली मेंस्ट्रुअल प्रोडक्ट्स
अनिका पिछले दो दशकों से महिलाओं के स्वास्थ्य पर काम कर रही हैं, जिसमें फोर्टिस हेल्थकेयर, महिंद्रा एंड महिंद्रा, द नेशनल चाइल्डबर्थ ट्रस्ट, बीएसकेवाईबी, चैनल 4 और ओल्ड-वर्ल्ड हॉस्पिटैलिटी शामिल हैं. अनिका पाराशर ने रूपम गुप्ता के साथ, अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (International Women's Day) के सम्मान में 8 मार्च, 2020 को दिल्ली में द वूमन्स कंपनी की शुरुआत की. यह कंपनी महिलाओं के लिए ईको फ्रेंडली सैनिटरी नैपकिन (Eco-friendly Sanitary Napkin), मेंस्ट्रुअल कप (Menstrual Cup), टैम्पोन (tampon), रेज़र (razor) और स्टैंड-एंड-पी यूरिनेशन गैजेट्स (stand-and-pee urination gadgets) बनाती है.
कई पर्सनल लाइफ चुनौतियों से जूझते हुए, यह सिंगल मदर इंटरप्रेन्योर (single mother turned entrepreneur) बनीं और महिलाओं की सेहत को अपना मिशन बना लिया.
ऐसे कई और स्टार्टअप्स (Green Startups) ट्रेडिशनल बिज़नेस तरीकों में बदलाव लाने के साथ ग्रीन और क्लीन भविष्य की ओर बढ़ रहे हैं. रविवार विचार ऐसे सस्टेनेबल स्टार्टअप्स (sustainable startups) की जानकारी साझा करता रहेगा.