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Photograph: (सूक्ष्म तिरंगा जिसकी साइज़ दिखाई दे रही -Image -Ravivar)
पेशे से एक इंजिनियर ने अपने जॉब को जिस ईमानदारी के साथ निभाया उतनी ही एकाग्रता से अपने शौक को पूरा किया. लगभग 50 सालों की कड़ी मेहनत के बाद ऐसा सूक्ष्म तिरंगा बनाया जिसे 'Golden Book Of World Record' में जगह मिली. यह Micro Artist हैं Ashok Grag जो जॉब से सेवा निवृति के बाद इंदौर में अपनी माइक्रो आर्ट विधा में व्यस्त हैं.जब हर घर तिरंगा अभियान और रैलियों का आयोजन हो रहा,ऐसे समय गर्ग द्वारा बनाया तिरंगा भी चर्चा में है.कागज़ से तैयार इस तिरंगे में एक मिमी साइज़ का चक्र भी बनाया जिसमें निर्धारित धारियां देखी जा सकती हैं.
पांच दिनों में तैयार किया 4×6 mm का सूक्ष्म तिरंगा !
माइक्रो आर्टिस्ट अशोक गर्ग कहते हैं- "मेरी हॉबी ने मुझे माइक्रो आर्टिस्ट बना दिया.पचास सालों की एकाग्रता का नतीजा यह रहा कि सूक्ष्म तिरंगा बनाने में सफल रहा.इसकी साइज़ 4*6 एमएम है.लगातार पांच दिन की मेहनत के बाद हमारी शान माइक्रो तिरंगा तैयार कर लिया.मेरी इच्छा है कि जब अवसर मिलेगा इसे Prime Minister Narendra Modi को गिफ्ट करना चाहता हूं."
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तिरंगा (Flag) बनाने में सिर्फ आर्ट हुई नहीं बल्कि हमारे स्वाभिमान और शान का अहसास होता है. गर्ग चाहते हैं कि सहयोग मिलेगा तो एक्ज़ीबिशन के माध्यम से युवाओं को भी इस विधा से जोड़ेंगे. गर्ग का कहना है कि संभवतः यह देश का सबसे छोटे साइज़ का तिरंगा है.
60 से ज्यादा कृतियां, 4.5 mm की बांसुरी भी श्रीकृष्ण को समर्पित
इन 50 सालों में आर्टिस्ट गर्ग ने लगभग 60 से ज्यादा कृतियां बनाई. यहां तक कि उनके द्वारा बनाई 4.5 एमएम इंच की बांसुरी भी भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित की.आश्चर्य तब होता जब इस बांसुरी से बजने पर धुन भी निकलती है. अभी तक वे 'गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड' के अलावा दो बार 'लिम्का बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड' में भी अपना नाम दर्ज करवा चुके हैं. श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (janmashtami) के अवसर पर कई लोग इस बांसुरी को देखने आते हैं.
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Artist Ashok Garg आगे बताते हैं-" मैंने 7 एमएम ऊंचाई वाली गणेश मूर्ति,दुनिया की सबसे छोटे 8 *8 एमएम का चेस बोर्ड (शतरंज) और मोहरें,कई कलाकारों के चित्र,चावल के दाने पर राष्ट्रगान.बैल गाड़ी सहित अन्य नायब कृतियां बनाई हैं." वे पेंसिल,चॉक सहित कई सामग्री का उपयोग करते हैं.
कई संस्थाओं और आयोजनों में गर्ग के काव्य संग्रह,लेखन में भीसम्मानित हो चुके हैं.