icharमथुरा (Mathura) जिले पार्वती स्वयं सहायता समूह (Self Help Group) ने बड़ी उम्मीद लगाकर गोबर पेंट (Cowdung Paint) बनाने की फैक्ट्री डाली. दीवाली सहित बड़े सभी त्यौहार निकल जाने के बाद भी SHG के प्रोडक्शन की पूरी बिक्री नहीं हो सकी. अब SHG की महिलाओं की कोई सुनवाई करने को तैयार नहीं.
उधारी में फंसे समूह की नहीं हो रही सुनवाई
Uttar Pradesh के Mathura जिले के पार्वती स्वयं सहायता समूह (Self Help Group) की महिलाओं का प्रशासनिक अधिकारियों पर आरोप लगाया. पार्वती समूह की भगवान देवी बताती हैं- "हमने इस बार 2500 लीटर गोबर पेंट बनाया.2400 लीटर बड़ी मुश्किल से बेचा. बावजूद 100 लीटर यह पेंट स्टॉक हो गया. अधिकारी अब सुनने को तैयार नहीं. फैक्ट्री अच्छी चलने की उम्मीद से सब कुछ दांव पर लगाया.24 लाख का कर्ज भी ले लिया. अब इसे समय पर उतरने का संकट है."
मथुरा (Mathura) जिले में जब यही गोबर पेंट फैक्ट्री (Cowdung Paint Factory) खुली तब बहुत चर्चा में आई थी.
46 हजार की समूह को केवल कमाई
Self Help Group की भगवान देवी ने आगे बताया- "पेंट की बिक्री से 46 हजार रुपए की कमाई हुई.लगभग इतना ही पैसा ऑनलाइन ट्रांसेक्शन हुआ. इसमें भी डेढ़ लाख खर्च हुआ. ऐसी हालत में भी कोई नहीं सुन रहा."
इस पूरे मामले में जिला समन्वयक (DC) दुष्यंत कुमार कहते हैं- "SHG की महिलाओं का पूरा साथ दिया जाएगा. यह फैक्ट्री फिर से जल्दी शुरू हो हम भी प्रयास कर रहे हैं."
(Image: Ravivar Vichar)
यह हालात तब बन रहे जब पूरे प्रदेश के साथ प्रधानमंत्री (Prime Minister) नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) खुद स्वयं सहायता समूह (Self Help Group) को आत्मनिर्भर बनाने में जोर दे रहे. मथुरा (Mathura) में भी कई समूह बेहतर काम कर रहे. यदि SHG की महिलाओं पर आर्थिक संकट और कर्ज का दबाव है तो प्रशासन को समूह का साथ और गाइडेंस करना होगा जिससे जिला शर्मिंदा न हो.