भारत में Narendra Modi government के कहने पर इस साल को मिलेट्स ईयर (Millets year 2023) घोषित किया और यह फैसला लिया कि भारत के लोगों के स्वास्थ्य को प्रार्थमिकता बनाया जाएगा. साथ ही महिला सशक्तिकरण (Women Empowerment) को भी ध्यान में रखते हुए सरकार इन ग्रामीण महिलाओं को देश में एक स्थायी income तैयार करने के लिए भी मदद कर रही है.
इसी पहल को आगे बढ़ाने के लिए हर राज्य में महिलाओं द्वारा चलने वाले millets store खुलवाए थे. ओड़िशा के Rourkela में भी इस तरह के बहुत से millet स्टोर है. एक ऐसा ही store मुख्यमंत्री नवीन पटनायक (Odisha CM) ने 20 लाख रुपये की लागत से SHG महिलाओं के लिए खुलवाया था. यह रिंग रोड के किनारे स्थित है और FIH पुरुष हॉकी विश्व कप 2023 के लिए शहर को attractive बनाने की परियोजना का हिस्सा था. कैफे के आसपास के क्षेत्र को सेल्फी पॉइंट, लाइब्रेरी और महंगी रोशनी सहित आकर्षक सुविधाओं से सजाया गया था.
SHG महिलाओं के कैफे को किया तहस नहस
लेकिन महिला स्वयं सहायता समूह (Self help group) द्वारा चलाया जाने वाला कैफे कुछ महीने पहले बंद कर दिया गया था. स्थिति का फायदा उठाते हुए, बदमाशों ने धीरे-धीरे एयर कंडीशनर, बर्तन और यहां तक कि बिजली के तारों सहित सभी महंगी चीजें चुरा लीं. हैरानी की बात यह है कि राउरकेला नगर निगम (RMC) ने कथित तौर पर इसके रखरखाव और सुरक्षा की परवाह नहीं की. यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि RMC ने बाजरा कैफे की नाजुक स्थिति पर ध्यान दिया है या नहीं.
महिलाओं के लिए उनका काम सबसे ऊपर होता है. अपने घर को चलाने के लिए वह इतनी मेहनत से आगे बढ़ती है और उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया जाता है ऐसे बदमाशों के द्वारा. गलत काम कर के पैसे कमाने वालों को समझने की ज़रूरत है इन महिलाओं की परेशानी. ये महिलाएं अपने काम को अच्छे से करना चाहती है. सरकार और शहर के नगर निगम की ये ज़िम्मेदारी बनती है कि वे इन महिलाओं को उनका हक़ दिलवाए.