Supaul जिला के पिपरा थाना क्षेत्र के थुमहा में 'उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक' (Uttar Bihar Gramin Bank) की ब्रांच Thumha के सामने SHG की कई महिलाओं ने हंगामा किया.
45 हजार रुपए की रिकवरी के नोटिस से गुस्साई महिलाएं
Bihar के Thumha गांव में Uttar Bihar Gramin Bank का दावा है कि Self Help Group in Bihar की महिलाओं ने बैंक से लोन लिया. उनके पास दस्तावेज हैं. लोक अदालत में इस मामले का निराकरण कर सकती हैं. नोटिस मिलते ही स्वयं सहायता समूह थुमहा गांव की महिलाएं भड़क गईं. बैंक के दरवाज़े पर पहुंच कर हंगामा और नारेबाजी की.
समूह की महिलाओं ने बताया- "लगभग 10 साल पहले हम बैंक में पैसा जमा करते थे.यह व्यवस्था हम कबसे ही बंद कर चुके हैं. जब लोन लिया ही नहीं, तो रिकवरी किस बात की ? यदि हमारी बात नहीं सुनी गई तो हम आगे भी आंदोलन करेंगे."
बैंक ने कहा- हंगामा नहीं, निपटारा करें
इस पूरे मामले में बैंक अधिकारी पल्लव सिंह ने कहा - "ऋण धारक को लोक अदालत के माध्यम से समझौता के लिए नोटिस भेजा गया. इस प्रकरण का निराकरण छूट के साथ कर सकते हैं. SHG की किसी भी सदस्य को परेशानी है तो बैंक में बैठ कर हम जानकारी देने को तैयार हैं. लोन से जुड़ी फाइल हम दिखाने को तैयार हैं."
सपौला जिले में बैंक के सामने प्रदर्शन करती SHG महिलाएं (Image Credits: Social Media)
इस पूरे घटनाक्रम पर यह तो साबित होता है कि Self Help Group की महिलाओं ने 10 साल पहले किस बात की राशि जमा की. कितनी राशि जमा की. इसी के साथ वह राशि इस खाते में जमा की गई. यह जांच की जाना चाहिए. बैंक को सीधे SHG in Bihar की महिलों को नोटिस देने की बजाए Ajeevika Mission के अधिकारियों से बात करनी चाहिए थी. इस समय केंद्र हो या राज्य सभी सरकारों का फोकस महिलाओं के आत्मनिर्भर बनाने और रोजगार से जोड़ने का है. ऐसे में बिहार की यह घटना सड़कों पर आ गई. इस घटना ने सभी को शर्मिदा किया.