Uttar Pradesh के Amethi जिले के भादर ब्लॉक में Svami Self Help Group ने अपनी पहचान खुशबू वाले ग्रुप की हैसियत से बना ली. Ajeevika Mission का साथ मिलते ही इन महिलाओं का रोजगार सफल हो गया.
Online बिक रहा SHG के खुशबू का कारोबार
तीन साल पहले तक अमेठी जिले की रामरति यादव घरेलु महिला थी. कमाई का कोई साधन नहीं था. आज आजीविका मिशन के साथ जुड़ कर रामरति बाई ने स्वामी महिला स्वयं सहायता समूह बनाया. और आत्मनिर्भर बन गई.
रामरति यादव बताती है -"मेरे पास कोई काम नहीं था.भादर में Svami Self Group बनाने के बाद गोबर से तैयार धूपबत्ती और अगरबत्ती बनाना शुरू किया. शुरू में परेशानी आई. धीरे-धीरे मार्केटिंग करते हुए हमने ऑनलाइन सप्लाई शुरू किया. अब हम Mathura , Banaras , Dehradun , Prayagraj जैसे शहरों से भी डिमांड आने लगी. अब हम 40 से 50 हजार रुपए महीने का कारोबार कर रहे."
Cow dung के लिए खोल ली गौशाला
खास बात यह है कि SHG महिलाओं ने धूपबत्ती बनाने के लिए जरुरी गोबर के लिए महिलाओं ने गौशाला ही बना ली. Amethi जिले के Bhadar block के BMM प्रदीप सिंह बताते हैं- "Ajeevika Mission in UP का यह बहुत सफल Project है. UP में खुले में छोड़ दी गायों को इस गौशाला में रखा. इससे मिलने वाले गोबर (Cowdung) का उपयोग धूपबत्ती (handmade Dhoop batti) बनाने में करने लगीं. इसमें किसी भी प्रकार का केमिकल का उपयोग नहीं किया जाता."
Ajeevika Mission के जिला मिशन मैनेजर(DMM) आदित्य ने बताया-"ज़ीरो केमिकल और शुद्ध होने से भादर में तैयार हो रही धूपबत्ती (Dhoop batti)और अगरबत्ती (Incense Sticks)की मांग मंदिरों में बहुत ज्यादा बढ़ गई.हम SHG की महिलाओं के साथ मार्केटिंग में साथ दे रहे. यह पूरी तरह प्राकृतिक तरीके से बनाई जा रही. इस कारोबार में समूह से बाहर भी भी महिलाओं को रोजगार मिलना बड़ी उपलब्धि है."