/ravivar-vichar/media/media_files/2025/09/01/img_20250901_134426-2025-09-01-13-52-34.jpg)
समूह की मनीषा द्वारा खोली गई रेडीमेड शॉप-Image Credits :Ravivar
नक्सल प्रभावित (Naxalite Area) Balaghat जिले के छोटे से गांव साडरा की रहने वाली मनीषा भारती बताती है- "मेरे पति राजेंद्र साइकिल रिपेयरिंग की दुकान चलाते हैं.चाय की स्टॉल भी लगाई. बड़ी मुश्किल से घर का गुज़ारा होता था.पर्याप्त इनकम नहीं थी.Ajeevika Mission से मिलकर मैंने करुणाशील SHG बनाया.शुरुआत में मुझे Revolving Fund से 20 हज़ार रुपए की मदद मिली.मैंने घर पर ही रेडीमेड कपड़ों की दुकान लगाना शुरू किया."
मनीषा ने मेहनत की और समूह सदस्यों के उत्साह से Village Organization का गठन कर लिया.
मनीषा आगे बताती है-"समूह और अधिकारियों के सहयोग से मुझ में हिम्मत आ गई.मैंने CLF से 50 हज़ार रुपए की राशि स्वीकृत करवाई.इस राशि से दुकान में और सामान रखा और दुकान को सजाया,जिससे ग्राहक बढ़े.मुझे ख़ुशी है कि मैं अब तक 30 हज़ार रुपए लौटा भी चुकी हूं."
समूह की संख्या बढ़ रही लगातार
किसी समय नक्सल भय से जूझ रहे बालाघाट ज़िले के लांजी ब्लॉक में लगातार समूह की संख्या बढ़ती जा रही. Ajeevika Mission की ABM Sunita Chandne कहती हैं-"मिशन की मेहनत और क्षेत्र की महिलाओं की हिम्म्मत रंग ला रही. यहां लगातार समूह की संख्या बढ़ती जा रही.काउंसलिंग से सफलता मिल रही.मनीषा का समूह मिसाल बन गया.कई समूह ऐसे बढ़िया काम कर रहे."
जिले की मिशन DPM Shweta Mahato भी समूह सदस्यों से मिलकर नई योजनाओं की जानकारी दे रहीं.