MP के Bhopal जिले के बैरसिया जनपद अंतर्गत गुनगा गांव और आसपास की 300 से ज्यादा महिलाएं इन दिनों रोजगार से जुड़ गईं. self help group की ये महिलाएं FPO के जरिए कामकाज कर रहीं.उत्पादन से लगाकर बेचने की प्रक्रिया की कमान इन महिलाओं के पास है.
SHG महिलाओं ने सोया से चमकाई सोने जैसी किस्मत
भोपाल जिले गुनगा गांव की SHG महिलाओं ने सोयाबीन से अपनी किस्मत चमका ली.दरअसल यहां की Ajeevika Mission से जुड़ीं महिलाओं ने महिला Rakshika Farmer Producer Organization का गठन किया.
Organization की देवली कुशवाह ने बताया-"हमने सोया पनीर बनाना शुरू किया.इसका बाज़ारों में अच्छा रिस्पॉन्स मिला.देखता ही देखते हमने सवा सौ किलो से ज्यादा पनीर बेचा.बाज़ारों में जो सोया पानी 350 रुपए किलो बिकता है वह हमने ज्यादा अच्छी क्वालिटी का केवल 240 रुपए किलो बेचा."
स्टाल्स पर अपने प्रोडक्ट्स के साथ खड़ीं समूह सदस्य (Image :Ravivar Vichar)
इस FPO में 300 महिलाएं अलग अलग SHG से जुड़ीं होकर होती चलीं गई. बैरसिया की ABM Rekha Singh Raghuvanshi कहती हैं-"इस समय 300 से ज्यादा महिलाएं अलग अलग तरह से काम कर कमाई कर रहीं.हम इन समूह की सदस्यों को मार्केटिंग के लिए समय समय पर ट्रेनिंग और गाइड कर रहे."
Ajeevika Soya Products की बढ़ी डिमांड
भोपाल जिले में रक्षिका किसान उत्पादन संगठन की पहचान बन गई.Ajeevika Mission Bhopal की DPM Rekha Pandey कहती हैं-"यह FPO ने सोया पनीर, सोयाबड़ी के अलावा अचार, आंवला मुरब्बा, और सोया की ही अलग अलग प्रोडक्ट्स तैयार कर रहीं.ख़ास बात ये समूह सदस्य खुद क्षेत्र से मटेरियल खरीद रहे और बेच रहे.समूह की ंपदाधिकारी महिलाओं को ट्रेनिंग भी दिलवाई गई."
FPO की बैठक में शामिल समूह सदस्य (Image :Ravivar Vichar)
जिले में self help group की महिलाएं कैंटीन से लगाकर लघु उद्योग से आत्मनिर्भर हो रहीं.
जिले के जिला पंचायत CEO IAS Rituraj Singh खुद समूह की महिलाओं से मिलकर उन्हें प्रत्साहित कर रहे.Namo Drone Pilot Yojana और दूसरी scheme में भी CEO Rituraj Singh ने महिलाओं को रोजगार से जोड़ा.