MP में Self Help Group in Morena के अम्बाह ब्लॉक के सिंगपुरा में महिलाओं ने अपने दम पर Mustard Oil Unit लगाई.सैकड़ों क्विंटल सरसों (Mustard) का कारोबार कर ऑइल बनाकर बेच रहीं. यह काम सिंगपुरा गांव के महेश स्वयं सहायता समूह की महिलाएं कर रहीं.
SHG हर महीने 100 क्विंटल से Mustard से बना रहीं ऑइल
Morena के महेश स्वयं सहायता समूह में 14 सदस्य हैं. शुरू में काम नहीं होने के कारण घरेलु कामकाज में ही जीवन बिता रहीं थीं. SHG की सचिव शिवानी शर्मा बताती हैं -"हमारे समूह ने CCL लोन और समूह सदस्यों की बचत से ऑइल फैक्ट्री डाली. हम हर दिन लगभग 4 से 5 क्विंटल सरसों खरीद कर ऑइल बनाते हैं. महीने में कम से कम 100 क्विंटल सरसों से ऑइल बना लेते हैं. हर महीने 40 हजार रुपए की कमाई होती है." मुरैना जिले में इस यूनिट ने ऑइल शुद्धता की वजह से लग ही पहचान बना ली.
Mustard Oil Factory में काम करती हुई महिला (Image: Ravivar Vichar)
समूह सदस्य साक्षी बताती हैं -"हमें इस यूनिट से नई पहचान मिली.पहले कोई ख़ास काम नहीं था."
SHG कर रही Advance Oil Production Packaging
Singpura के इस Mustard Oil Factory में SHG in Morena की महिलाएं Oil Production की Advance packaging कर रहीं. इस प्रक्रिया से प्रोडक्शन की बिक्री बढ़ रही. इसी समूह की अध्यक्ष उमा देवी बताती हैं- "हम कोशिश कर रहे कि इस यूनिट की कैपेसिटी बढ़े. अभी 5 क्विंटल सरसों की क्षमता से ही रोज मस्टर्ड ऑइल निकाल पाते हैं. यूनिट को बढ़ाना चाहते हैं."
इन दिनों खेतों में सरसों की खेती की बहार है (Image: Ravivar Vichar)
Ajeevika Mission के District Project Manager Dinesh Tomar कहते हैं -"यह Morena जिले की success unit है. यहां महेश स्वयं सहायता समूह के ब्रांड से ही Mustered Oil पैक कर बेचा जा रहा. मार्केट के अनुसार फ़िलहाल 125 रुपए लीटर ऑइल बाज़ार में उपलब्ध है. पैकेजिंग के लिए कच्चा माल ग्वालियर और मुरैना मार्केट से समूह ला रहा. हमारी टीम जिला प्रशासन के निर्देश पर लगातार प्रोत्साहित और Training दी जा रही."
Self Help Group की महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार देने के लिए जिला पंचायत (zp) के CEO डॉ.इच्छित गढ़पाले कहते हैं- "मुरैना में SHG की महिलाओं ने बहुत ही कम समय में Oil Industry में अपनी पहचान बना ली. इन महिलाओं को best production के साथ मार्केटिंग के एडवांस तरीके भी सिखाए जा रहे जिससे और आर्थिक मजबूत बन सकें."
मुरैना के कलेक्टर (DM) अंकित अष्ठाना भी लगातार ऐसे प्रोजेक्ट्स पर लगातार खुद मॉनिटरिंग कर रहे, जिससे SHG का मनोबल बढ़ सके.
Gwalior -Chambal Division के Commissioner Deepak Singh कहते हैं -"ग्वालियर-चंबल संभाग में सरसों सहित कई फसलों का रिकॉर्ड उत्पादन होता है. Self Help Group की महिलाओं के लिए mustard oil production women empowerment का बड़ा जरिया बना. इस तरह की यूनिट्स में SHG की महिलाओं को और अवसर दिए जाएंगे."