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उत्तर प्रदेश (Uttar Prdesh) के झांसी (Jhansi) जिले में स्वयं सहायता समूह (Self Help Group) की महिलाओं को आजीविका मिशन (Ajeevika Mission) के सहयोग से सरसों के तेल फैक्ट्री (Mustard Oil Facotry) लगवाई गई. 561 महिलाओं ने यह कारोबार शुरू किया. नवंबर में यह फैक्ट्री लगाई गई.
आजीविका मिशन (Ajeevika Mission) के सहयोग से झांसी (Jhansi) के बड़ागांव ब्लॉक के घुघुवा में 51 स्वयं सहायता समूहों की 561 महिला सदस्यों ने मिलकर 'उज्ज्वला प्रेरणा लघु उद्योग' (Ujjwla Prerna Small Industry) का गठन किया.लघु उद्योग की अध्यक्ष पार्वती देवी ने बताया- "हमने समूह में सक्रीय 12 महिलाओं को चुनकर पहले कमेटी बनाई. इसके बाद संचालन शुरू किया. प्रयोग के तौर पर 110 क्विंटल सरसों खरीदी . स्टॉक से तेल उत्पादन शुरू किया."
झांसी (Jhansi) और आसपास बुंदेलखंड (Bundelkhand) के कई इलाकों में सरसों (Mustard) का जबरदस्त उत्पादन होता है.
झांसी (Jhansi) जिले में आजीविका मिशन (Ajeevika Mission) के अधिकारी और समूह सदस्यों ने बताया- "यहां उद्योगिक क्रांति की बहुत संभावना है. बड़ागांव ब्लॉक के अलावा और भी ब्लॉक्स में OIL Unit लगाई जाएंगी.Self Help Group की महिलाओं को इस बिज़नेस में मार्केटिंग के तरीके सिखाए जाएंगे."
उत्तर प्रदेश (Uttar Prdesh) के अलावा मध्य प्रदेश (MP) के मुरैना, भिंड जैसे जिलों में भी सरसों की खेती (Mustard Farming) का इलाका काफी ज्यादा है.