यह पहला मौका था कि Self Help Group की सदस्य महिलाओं को भी सम्मान के साथ दिल्ली की मुख्य परेड और सांस्कृतिक आयोजन देखने का मौका मिला. केन्द्रीय ग्रामीण मंत्रालय की पहल रंग ले आई. इस आमंत्रण में देशभर के साथ MP और CG के दल भी शामिल हुए.
दिल्ली में परेड और झांकियां देख लगा देख रहे सपना
"SHG में शामिल होने के पहले शायद हम गांव के हाट या कोई शहर में भी नहीं गई. दिल्ली में सामने से जब परेड और झांकियां देखी,लगा कोई सपना है." नई दिल्ली में Republic Day के मुख्य समारोह में परेड और लाइव झलकियां देखने के बाद अधिकांश self help group की महिलाओं ने यही कहा. इस दल में शामिल बालाघाट की कुंता चौधरी और बड़वानी की मनीषा पाटिल कहती हैं-"यह हमारे लिए गर्व की बात है. हमें दूसरे राज्य की समूह से जुड़ीं दीदियों से भी मिलने और उनके काम को समझने का मौका मिला.हम और मेहनत से काम को करेंगे."
MP का SHG दल उत्साहित होकर दिल्ली आयोजन में हुआ शामिल (Image: Ravivar Vichar)
इस दल में शहडोल की मीरा यादव,रीवा की आशा सिंह, मंडला की आरती कुशवाह, ग्वालियर की आशा मौर्य, भोपाल की किरण बैरया, विदिशा की ममता दुबे और राजगढ़ जिले की राजू बाई भी शामिल हुईं.
MP के दल की Nodal Officer Ajeevika Mission की ADM (CT) Bhopal, Archana Singh कहती हैं-"यह हमारे प्रदेश के लिए भी गर्व की बात है. इस दल में प्रदेश के अलग-अलग जिलों से 10 महिलाओं को मौका नई दिल्ली जाने का मौका मिला. इससे दूसरे समूह को भी मौका मिलेगा."
छत्तीसगढ़ की आदिवासी दीदियों का सिर गर्व से हुआ ऊंचा
देशभर के SHG दलों में Chhattisgarh की समूह की महिलाओं का सिर गर्व से ऊंचा हो गया. Kondagaon जिले के बिरौला गांव की हीरामणि दीवान बताती है-"मेरा जय मां दुर्गा समूह है. दुकान और केंटीन चलाती हूं.जैसे ही दिल्ली जाने की सूचना मिली,एक बार भरोसा नहीं हुआ. हम को एक अलग अनुभव हुआ. पहली बार यह परेड देखी."
CG का SHG दल पूरी वेशभूषा में हुआ शामिल (Image: Ravivar Vichar)
इसी दल में शामिल सातगांव की गोमेश्वरी दीवान कहती है-"समूह में शामिल होने के बाद हमारी स्थिति सुधर गई. परिवार के सब खुश हैं कि मुझे दिल्ली 26 जनवरी के आयोजन देखने को बुलाया."
छत्तीसगढ़ दल की ओर से Nodal Officer DPM Kondagaon Nitesh Dewangan कहते हैं-"New Delhi visit का यह अलग ही अनुभव रहा.Tribal SHG की महिलाओं को जो सम्मान वहां मिला वह बहुत अलग था. सभी दीदियों को दिल्ली की परेड के साथ केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की बैठक में शामिल होने का मौका भी मिला."
लखपति दीदी बनना आखरी मंज़िल नहीं और मंज़िलें बाकी
26 जनवरी गणतंत्र दिवस की लाल किले पर आयोजित मुख्य परेड और आयोजन के एक दिन पहले केंद्रीय ग्रामीण पंचायत मंत्री (Central Cabinet Minister) Girirraj Singh ने कहा-"self help group से जुड़कर आप आत्मनिर्भर बनी.कई दीदियां लखपति दीदी की श्रेणी में आ गई.लखपति दीदी बन जाना आखरी मंज़िल नहीं माने.अभी और मंज़िलें बाकी हैं. Prime Minister Narendra Modi का सपना 2 करोड़ दीदियों को लखपति दीदी बनाने का है.दीदियों को और मेहनत कर समाज में जगह बनाई है."
मंत्री सिंह ने PM AWAS और NRLM से जुड़ीं दीदियों और परिवारों से बात की. पूरे देश से लगभग 15 हजार SHG से जुड़ीं महिलाएं शामिल हुईं.