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UP के Gorakhpur के कपियरगंज फेसेलिटी सेंटर पर self help group की महिलाओं ने District Forest Officer की पहल पर मंदिर बनाने की शुरुआत की. महिलाओं ने Gorkhanath Temple का स्वरूप बांस की मदद से शुरू कर DFO को भेंट किया.
गोरखपुर जिले में आस्था का केंद्र गोरक्षनाथ भगवान और गोरखनाथ मंदिर को Ajeevika Mission की SHG महिलाएं अलग पहचान देने में जुट गईं.District Forest Officer (DFO) Vikas Yadav कहते हैं-"Women Empowerment की दिशा में यह नई पहल है. महिलाओं द्वारा तैयार मंदिर को आस्था के साथ लोग अपने घरों में प्रतिष्ठित कर सकेंगे.प्रभु श्रीराम मंदिर की तर्ज़ पर गोरक्षनाथ मंदिर बनाया जा रहा. इसे सभी One District One Product centers पर रखा जाएगा.इससे महिलाओं की आय बढ़ेगी और आस्था रखने वाले लोगों को अनूठी कृति मिलेगी."
गोरखपुर में स्थित गोरक्षनाथ मंदिर (Image Credits: Google image)
गोरखपुर में स्थित यह गोरक्षनाथ मंदिर से जुड़े श्रद्धालु देश-विदेश में बसे हुए हैं. महिलाओं ने एक मंदिर बना कर DFO को भेंट भी किया.इसी तरह श्रीराम का अयोध्या में निर्मित मंदिर की कृति भी बनाएंगे."
गोरखपुर जिले में स्वयं सहायता समूह की महिलाएं कई तरह के रोजगार से जुड़ीं हुईं हैं. Ajeevika Mission District Mission Manager (DMM) Vinod Kumar Singh ने बताया-"यह हमारे लिए गर्व की बात है SHG की महिलाएं अपने रोजगार के साथ स्थानीय मंदिर और आस्था का केंद्र गोरक्षनाथ मंदिर की कृति बनाने के लिए Bamboos Mission का उपयोग करेंगी. इसे ODOP योजना अंतर्गत लेने का प्रस्ताव है.हम महिलाओं को इस दिशा में प्रोत्साहित करेंगे."
कपियरगंज में लक्ष्मीपुर ग्राम की जमीन पर साल 2008 में वन चेतना केंद्र का निर्माण शुरू हुआ जो 2012 में बनकर तैयार हुआ. Chief Minister Yogi Adityanath की पहल से यहां बांस के उत्पादों को तैयार करना शुरू किया गया। self help group की महिलाओं को training के बाद राखी, लैंप, लाठी, बैग, सूप, डलिया, फर्नीचर बना कर भी कमाई कर रहीं.