MP के Tribal Culture का खास Bhagoria Festival का आकर्षण दिनोंदिन बढ़ता जा रहा. self help group की महिलाओं ने भी इस हाट बाज़ार bhagoria mele में अपनी नई पहचान बनाई. होली से पहले इस ख़ास त्यौहार में समूह की महिलाओं ने और भूमिका भी निभाने की जिम्मेदारी उठा ली.
Traditional Costumes और लगाए SHG ने food स्टॉल्स
MP के Jhabua, Aalirajpur, Dhar,Badwani और khargone जैसे tribal districts में self help group की महिलाओं का आत्मविश्वास दिखने लगा. समूह से जुड़ने के बाद इन महिलाओं ने आदिवासी समुदाय का सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार भगोरिया में भी स्टॉल्स सजा रहीं.
झाबुआ जिले के पारा ब्लॉक अंतर्गत गांव में मां चामुंडा स्वयं सहायता समूह की सीमा पांचाल बताती है-"पहले हम इन भगोरिया हाट बाज़ारों में परिवार के साथ घूमने आते थे. इस बार मैं traditional costume आदिवासी पौशाक बना कर बेच रहे.हमारी अलग से कमाई हुई.इस बार हमें पहले भी सिलाई का काम मिला. यह ड्रेस ख़ास तरह से तैयार होती है."
SHG की ममता फ़ूड आइटम्स सेल करते हुए (Image: Ravivar Vichar)
झाबुआ जिले के ही राजा स्वयं सहायता समूह की राजा बाई कहती हैं-"हम इस बार आदिवासी हाट बाज़ार की पहली पसंद ख़ास तरह के फ़ूड आइटम्स रख रहे.इसमें गुड़ की जलेबी और मिर्ची के खास तरह से तैयार भजिये बनाए.यह सबसे ज्यादा बिके.हमारी कमाई के साथ हमने मेले का परिवार सहित आनंद भी लिया."
आर्थिक मजबूती से दुगना हुआ त्यौहार का उत्साह
Holi के पहले tribal community में मनाया जाने वाला Bhagoria महिलाओं की बढ़ती आर्थिक मजबूती के साथ त्यौहार का मज़ा दुगना हो गया.
Jhabua के Para Block Manager (BM) Asha Sharma कहती हैं-"Ajeevika Mission का यह प्रयोग khardubadi village में सफल रहा. यह सभी समूह की महिलाएं आदिवासी समुदाय से ही हैं. उनकी मेहनत को ख़ास मेले में ज्यादा से ज्यादा लोग देख पा रहे. महिलाओं ने खुद से सिले कपड़े और फ़ूड आइटम्स रखे.यह मेले में सैकड़ों लोगों को पसंद आए.इनकी मेले में अलग से कमाई हुई."
झाबुआ ज़िले में भगोरिया में खरीदी करती युवतियां (Image: Ravivar Vichar )
यहां बनाए गए SHG और महिलाओं ने कई तरह के रोजगार शुरू किए.इसमें organic farming भी प्रमुख है.
जिले के प्रभारी DPM और एडिशनल CEO Dinesh Varma ने भी इस मिशन को लेकर समूह की महिलाओं को प्रमोट किया.
IAS DM Neha Meena
Jhabua District कलेक्टर IAS DM Neha Meena कहती हैं-"मुझे ख़ुशी है कि Tribal District में महिलाएं बहुत मेहनती हैं.कल्चर के साथ आत्मनिर्भर बनने के लिए उनमें उत्साह है. इसी का परिणाम है भगोरिया हाट बाज़ार में भी SHG की महिलाओं ने अपने स्टॉल्स लगाए.हम और प्रोत्साहित कर रहे."
यह पहला मौका नहीं हैं.झाबुआ ज़िले की पहचान Jhabua Gudiya और kadaknath hactchery में देश-दुनिया में जगह बना चुका है.