मोटा अनाज या मिलेट्स, आज भारत की पहचान बन चूका है क्यूंकि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में UN ने 2023 को मिलेट ईयर घोषित किया था. देश में भी मिलेट्स की पहचान को बढ़ाने और लोगों तक पहुंचाने के लिए बहुत काम किया जा रहा है. स्वयं सहायता समूह (SHG) हो या फ़ूड प्रोडक्शन कंपनियां, अपने उत्पादों में मिलेट्स का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा रहे है.
ट्रू गुड मिलेट स्नैक ब्रांड ने शुरू किया नया प्रोडक्शन प्लांट
भारत का सबसे बड़ा मिलेट स्नैकिंग ब्रांड है, "Troo Good". मिलेट स्नैक्स का प्रोडक्शन और तेज़ी से करने के लिए ट्रू गुड ब्रांड ने छत्तीसगढ़ के दुर्ग में अपनी पांचवी मैन्युफैक्चरिंग फैसेलिटी शुरू की है. यह नई सुविधा 6000 वर्ग फुट के एरिया में फैली हुई है.
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फैक्ट्री का उद्घाटन छत्तीसगढ़ सरकार की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंडिया द्वारा किया गया. साथ ही कुछ और ऑफिशियल्स भी इस उद्घाटन में थे जैसे कुलदीप शर्मा (आईएएस), कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी, बालोद डॉ. रेणुका श्रीवास्तव, जिला परिषद सीईओ श्री. मनोज मरकाम, एसडीएम श्री. पीयूष सोनी और ग्राम पंचायत अध्यक्ष सुश्री सरोजा देइस. प्लांट की प्रति वर्ष 7,20,000 बाजरा-आधारित स्नैक बार की उत्पादन क्षमता है.
कंपनी में SHG महलाएं करेंगी स्नैक प्रोडक्शन
इस कंपनी में काम करने वली ज़्यादातर स्वयं सहायता समूह की महिलाएं है. ट्रू गुड Self Help Group की महिलाओं के साथ जुड़कर आगे बढ़ने को अग्रसर है. महिला सशक्तिकरण और मिलेट्स को एक नया मुकाम देने एक लिए भारत में कई कंपनीज़ अब SHG महिलाओं के साथ जुड़ रही है. इसी कड़ी में ट्रू गुड भी एक हिस्सा बन चूका है.
LEFT IMAGE- RAJU BHUPATI CEO of 'TROO GOOD' (Image Credits: Silicon India)
ट्रू गुड के CEO राजू भूपति ने भी कंपनी द्वारा बदलाव की पहल को मुख्या भूमिका दी है. SHGs भारत में मिलेट्स से बने उत्पाद बना कर बहुत किफ़ायती दामों में बेचती है. हर फ़ूड प्रोडक्शन कंपनी को अपने उत्पाद मिलेट्स से बनाने चाहिए और इन महिलाओं को रोज़गार का अवसर देकर महिला सशक्तिकरण की ओर कदम बढ़ाने चाहिए.