MP के Tribal District Jhabua में आयोजित जनजातीय सम्मेलन में Prime Minister Narendra Modi के भाषण में Self Help Group की महिलाओं और उनके रोजगार का ज़िक्र किया. देश-प्रदेश के विकास के साथ महिलाओं के आत्मनिर्भर की बात की.
आदिवासी SHG महिलाओं के हुनर की मोदी ने की तारीफ
Jhabua और Ratlam जिले का साथ Dhar Tribal इलाके में काम कर रहे स्वयं सहायता समूह और उनके हुनर की PM Modi ने जमकर तारीफ की.
पीएम मोदी की सभा में शामिल जनसमूह (Iamge: Ravivar Vichar)
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा-"इस आदिवासी इलाके में स्वयं सहायता समूह की महिलाएं बढ़िया काम कर रहीं. यहां की पिथोरा पेंटिंग (Pithora Painting) और बाग़ प्रिंट (Bag Print) की पहचान है. मैंने सुना है यहां के SHG की महिलाओं ने शहद,अचार और पापड़ के अपने ब्रांड बनाए.आने वाले दिनों में झाबुआ जिले में में भी खेतों में Namo Drone Didi आधुनिक ड्रोन उड़ाते दिखेंगी."
दिल्ली में 'आदि महोत्सव' में विदेशों तक बन रही पहचान
SHG की महिलाओं के लिए Modi यहीं नहीं रुके. PM Modi ने आगे कहा-"केंद्र सरकार Tradition Art और उत्पाद के लिए बड़ा बाज़ार खड़ा कर रही. अभी दिल्ली में Aadi Mahotsav चल रहा.यहां देश-विदेश से लोग आते हैं.यहां समूह और पारंपरिक उत्पादों पहचान बनेगी.हमारा लक्ष्य 15 हजार दीदियों को आधुनिक Agriculture Drone देना और 3 करोड़ दीदियों को लखपति दीदी की श्रेणी में लाना है." इस मौके पर झाबुआ-रतलाम के सांसद गुमान सिंह पटेल ने भी सरकार से मिल रही सुविधाओं को बताया. Chief Minister Mohan Yadav सहित कई लोगों ने tribal society को focus किया.
Tribal Seats की महिला वोटर्स करेंगी सत्ता का फैसला
बदलते समय के साथ MP की प्रमुख पार्टियों का पूरा फोकस TRIBAL BELT पर बना गया.यहां बढ़ती जागरूकता और महिलाओं की सक्रियता ही चुनावों में वोटर्स के रूप में सत्ता का फैसला करने लगी.पिछले चुनाव में राजनीतिक पार्टियां भी हार-जीत का अनुमान लगाकर आंकड़े बैठाने में जुट गई. प्रधानमंत्री मोदी ने आदिवासी इलाके की सबसे गंभीर बीमारी सिकलसेल और इलाज के प्रयासों की बात कही. PM Jan Man Yojana, वन भूमि के अधिकार पत्रों की बात कर आदिवासी परिवारों को अपने पक्ष में करने में कोई कसर बाकी नहीं रखी.
पीएम मोदी कुछ SHG महिला और सदस्यों से चर्चा करते हुए (Image: Ravivar Vichar)
यह पहला मौका नहीं है जब PM ने SHG और Tribal Society की बात की. कई बार मन की बात और सभाओं में आदिवासी गुड़िया और उत्पादों की तारीफ कर चुके हैं.
विधान सभा चुनाव में भी महिला वोटर्स की भूमिका ने सरकार की जीत-हार के फैसले में ख़ास भूमिका निभाई.इस बार देखना है कि स्वयं सहायता समूह की महिलाओं और उनके परिवारों पर इन सुविधा और राजनीतिक भाषणों का कितना असर होता है.