MP के बड़वानी ज़िले के नंदगांव की सीता देवी मुलेवा ने Ajeevika Mission से जुड़कर खेती में अपना और परिवार का नाम कमाया. कुछ एकड़ से आज 10 एकड़ खेती की मालकिन सीता देवी किसानों के लिए मिसाल बन गई. खुद की खेती के साथ जिले में दूसरे किसानों को भी ट्रेनिंग दे रही.
चकला बेलन के साथ थामा ट्रेक्टर का स्टेयरिंग
Self Help Group से जुड़ने वाली Badvani जिले के नंदगांव की सीता देवी ने घर में चकला बेलन के साथ खेत में ट्रेक्टर का स्टेयरिंग तक थाम लिया.
सीता देवी बताती है-"हमने साईं नाथ SHG बनाया. हमने जैविक खेती शुरू की. इस बार गेहूं 13 क्विंटल का उत्पादन हुआ. मैं खेत में ट्रेक्टर भी चला लेती हूं. हमने अदरक,हल्दी,अमरूद,नींबू ,आम जैसे बगीचे तैयार किए.खेती में गेहूं लगाया.साथ ही Ajeevika अचार के नाम से हल्दी,नींबू और आम का अचार बेचना शुरू किया.हमने डेढ़ क्विंटल नींबू का अचार बेच दिया.अब हमारी आर्थिक स्थिति अच्छी हो गई."
अपने खेत में ट्रेक्टर चलाती हुई सीता देवी (Image:Ravivar Vichar)
अचार बनवाने में दूसरी महिलाओं को भी रोजगार मिला.इस SHG की ही राधा बाई पंवार भी अचार बनाने में सहयोग करती है. जिससे उनको भी आर्थिक लाभ हो रहा.
इस खेती में सीता देवी के साथ उनके पति घमंडीलाल मुलेवा भी साथ देते हैं. घमंडी लाल कहते हैं-"मुझे गर्व है कि पत्नी सीता देवी आधुनिक तरीके से खेती करना सीखी."
Organic Farming का कर रही प्रचार,बेचा 100 क्विंटल केंचुआ खाद
निमाड़ में Organic Farming के लिए सीता देवी लगातार प्रचार कर रही.यहां तक कि खुद के खेत में परिवार ने Vermicompost बना कर खेती की.और अब तक 100 क्विंटल केंचुआ खाद बेच चुके. सीता देवी आगे बताती है-"हमने भारतीय ग्राम संगठन बनाया.जगह-जगह जाकर ट्रेनिंग देती. जैविक खेती से लागत बहुत कम और मुनाफा बढ़ा.हमने लोन लिया,और समय पर किश्तें उतार रहे."
ऑर्गेनिक वर्मीकम्पोस्ट बनाते हुए (Image: Ravivar Vichar)
Ajeevika Mission के District Project Manager (DPM) Yogesh Tiwari कहते हैं-"बड़वानी जिले में उन्नत खेती की जा रही.इनमें से ही भारतीय Village Organization की सीता देवी krishi sakhi के रूप में सफल है.वे जिले के अलावा दिल्ली तक जा चुकीं हैं.हम ऐसे ही और दूसरे स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को भी प्रोत्साहित कर रहे."
जिले प्रशासन और जिला पंचायत के अधिकारी लगातार ऐसे समूह की महिलाओं से खुद चर्च कर आगे बढ़ा रहे.