बाबा केदारनाथ धाम (Baba Kedar Nath Dham)में पिछले छह महीने में श्रद्धालुओं के आने का रिकॉर्ड टूट गया.इसका लाभ यहां स्वयं सहायता समूह (Self Help Group) की उन महिलाओं को मिला जो प्रसाद और पूजा-पाठ की दूसरा सामान बेचती हैं. 65 लाख रुपए का प्रसाद श्रद्धालुओं ने लिया.
6 महीने में SHG की 500 महिलाओं को रोजगार
केदारधाम यात्रा (Baba Kedar Nath Dham) के दौरान छह महीने में सेल्फ हेल्प ग्रुप (Self Help Group) की लगभग 500 महिलाओं को बड़ा रोजगार मिला. यहां बनने वाले प्रसाद का काम SHG की महिलाओं को मिला. उत्तराखंड सरकार (Uttarakhand Goverment) ने इस बार समूह की महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए यह कदम उठाया.
केदारनाथ धाम में समूह की महिलाएं प्रसाद पैक के साथ (Image Credit: Uttrakhand Raibar)
हैलीपेड और दूसरी जगह प्रसाद के स्टॉल्स का संचालन करने वाले केदारनाथ प्रसादम सहकारी संघ (Kedarnath Prasadm Cooprative Society) के सचिव भास्कर पुरोहित ने बताया- "हमारे माध्यम से 20 Self Help Group की 400 महिलाओं ने 35 लाख रुपए का प्रसाद श्रद्धालुओं को बेचा. अकेले चौलाई से तैयार होने वाले प्रसाद का कारोबार ही 65 लाख रुपए का हुआ. चौलाई के लड्डू, हर्बल धूप, चूरमा, बेलपत्री, शहद, जूट एवं रेशम के बैग आदि भी श्रद्धालुओं ने ख़रीदे."
मंदिर ट्रस्ट (Temple Trust) के अनुसार इस बार मंदिर में 19 लाख 60 हजार श्रद्धालुओं ने बाबा केदारनाथ (Baba Kedar Nath) के दर्शन किए.
चौलाई खरीदी से किसानों को फायदा
प्रसाद (Prasad) तैयार कर जहां Self Help Group की महिलाओं को कमाई हुई वहीं किसानों ने चौलाई बेच कर अच्छी कमाई की.किसानों से 70 रुपए किलो के हिसाब से 500 क्विंटल चौलाई खरीदी. गंगा दुग्ध उत्पादन संघ की अध्यक्ष घुंघरा देवी ने बताया- "इस साल सौ क्विंटल से अधिक चौलाई के लड्डू एवं चूरमा तैयार कर केदारनाथ श्रद्धालुओं को बेचा. इस काम में 65 से ज्यादा महिलाओं को रोजगार मिला. 30 महिलाएं तो एनआरएलएम के तहत गठित SHG की महिलाएं हमारे संघ से जुड़ी. हमने पूरी यात्रा में 25 लाख रुपए के लड्डू एवं चूरमा का प्रसाद बेचा."
केदारनाथ धाम इलाके में समूह की महिलाएं प्रसाद और अन्य सामान तैयार करते हुए (Image Credit: Uttrakhand Raibar)
बैल-पत्र, भस्म, शहद आदि से भी समूह और संघ की महिलाओं ने लगभग तीन लाख का कारोबार किया.समूह की महिलाएं अपना रोजगार बढ़ने के लिए बाबा धाम के मार्ग में रेस्त्रां, कैफे और दूसरे स्टॉल्स लगा रहीं जिससे और अधिक कमाई हो.
मुख्य विकास अधिकारी (CDO) नरेश कुमार (Naresh Kumar) ने बताया- "बाबा केदारनाथ में दुनियाभर से आने वाले तीर्थ यात्रियों को चोलाई से तैयार प्रसाद उपलब्ध करवाए जा रहे.
2017 से यह प्रक्रिया की शुरुआत हुई. इस साल इसका जबरदस्त लाभ समूह की महिलाओं को मिला. उत्तराखंड (Uttarakhand) के मुख्यमंत्री (Chief Minister) पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने राज्य में आजीविका मिशन (Ajeevika Mission) और स्वयं सहायता समूह (Self Help Group) की महिलाओं को अधिक से अधिक रोजगार देने के निर्देश दिए हैं.