मध्यप्रदेश (MP) के मंडला (Mandla) में भारतीय सेना (Indian Army) ने माहिष्मती संकुल स्तरीय संघ के ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग के दौरान यह निर्णय लिया.
सेना का मकसद महिलाओं को बढ़ावा देने के लिए उनके बनाए स्थानीय उत्पाद खरीदेगी. मंडला (Mandla) जिले में स्वयं सहायता समूह (Self Help Group) और संकुल स्तरीय समूह (SLC) से जुडी महिलाएं कई तरह के प्रोडक्ट्स बना रहीं हैं.
सेना जितनी सख़्त उतनी ही भावुक भी
शौर्य चक्र (Shaurya Chakra) से सम्मानित ब्रिगेडियर (Brigadier) ललित शर्मा (Lalit Sharma) ने कहा - "सेना को खुशी है कि Self Help Group की महिलाओं के प्रोडक्ट्स की बिक्री को बढ़ावा देने के काम में सेना भी सहभागी बन बन रही. समूह द्वारा तैयार उत्पादों की लोकल आर्ट और दूसरे सामान की गुणवत्ता अच्छी है. हम इसे आर्मी चेन के माध्यम से प्रमोट करेंगे."
भारतीय सेना देश की सुरक्षा के साथ-साथ समाज कल्याण की दिशा में भी सहयोग कर रही. इसी वजह से जनजातीय (Tribal) बाहुल्य मंडला (Mandla) जिले में स्वयं सहायता समूह (Self Help Group) की महिला सदस्यों द्वारा तैयार स्थानीय उत्पादों (Products) को बाजार उपलब्ध कराने में सेना ने सहयोग करने का निर्णय लिया.
मंडला में तैयार हो रहे प्राकृतिक प्रोडक्ट्स
इस अवसर पर कलेक्टर (DM) डॉ.सलोनी सिडाना (Saloni Sidana) ने कहा- "मंडला जिले में प्राकृतिक प्रोडक्ट्स बहुत हैं. समूह की महिलाएं इसी का उपयोग कर उत्पाद बना रहीं. सेना का साथ मिलने पर ये महिलाएं और अधिक आर्थिक रूप से मजबूत होंगी. आदिवासी जातियां इस इलाके की मुख्य फसलों, कोदो-कुटकी, महुआ, जंगली शहद और दूसरे उत्पाद तैयार कर रहीं, जो सेना के जवानों के लिए उपयोगी है."
मंडला में समूह द्वारा बनाई आर्ट (Images: Ravivar Vichar)
महिष्मति संकुल की अंजलि मिश्रा ने कहा- "हमें ख़ुशी है कि बाज़ार के ग्राहकों के अलावा सेना के अधिकारी और जवानों तक हमारा सामान पहुंचेगा."
आयोजन में भारतीय सेना के कर्नल ओपी शर्मा, सहायक कलेक्टर रवि कुमार, आजीविका मिशन (Ajeevika Mission) के जिला परियोजना प्रबंधक (DPM) बीडी भैंसारे ने बताया- "आयोजन सार्थक रहा. जिला प्रशासन के नेतृत्व में समूह की महिलाओं को नई उपलब्धि मिली. यह गर्व की बात है कि सेना ने अपनी सहभागिता समूह के साथ दिखाई." ब्लॉक मैनेजर (BM) योगेंद्र तिवारी सहित संबंधित अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे.