प्रेसीडेंट (President) द्रोपदी मुर्मू (Dropadi Murmu) ने कहा - "विकसित भारत बनाने के सपने को पूरा करने में बिहार (Bihar) से बहुत ज्यादा उम्मीद है. बिहार में एथेनॉल का भी उत्पादन किया जा रहा है, यह जानकर भी मुझे खुशी हुई."
बिहार की संस्कृति में कृषि अहम हिस्सा
द्रोपदी मुर्मू (Dropadi Murmu) ने आगे कहा - "बिहार (Bihar)की अपनी एक संस्कृति है. कृषि बिहार (Bihar)की संस्कृति का ख़ास हिस्सा है. राज्य के किसान परिवारों की कमाई और आर्थिक समृद्धि बढ़ाने में जैविक कृषि का बड़ा योगदान है. मुझे ख़ुशी है कि 2008 से ही कृषि रोड मैप (Agriculture Road Map)का क्रियान्वयन बिहार कर रहा है. राज्य के जीडीपी (GDP)में भी कृषि (Agriculture) का अहम योगदान है. मैं खुद एक किसान की बेटी हूं."
जल संरक्षण समाजिक दायित्व
मुर्मू ने अपने भाषण में कहा - "बिहार (Bihar)में सामान्य से कम बारिश हुई है, इसलिए जल संरक्षण पर ध्यान देना जरूरी है. यह सामाजिक दायित्व है. यह मेरा बिहार (Bihar)में चाहे पहला दौरा है, लेकिन झारखंड में राज्यपाल (Governor)के रहते हुए मुझे इस संस्कृति को समझने का मौका मिला. मैं खुद ओडिशा (Odisha)की रहने वाली हूं. विदेशिया से लेकर कटनी तक के गीतों में बिहार ने अपनी अलग पहचान बनाई."
इस मौके पर राज्यपाल (Governor) राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर (Rajendra Vidhvnath Arlekar) ने कहा- "प्राकृतिक खेती में लागत काम होती है. उत्पादन बढ़ने से कमाई भी बढ़ेगी. वक़्त आ गया कि सभी को प्राकृतिक खेती को समझना होगा."
गेहूं और चावल में में बन रही नई पहचान
मुख्यमंत्री (Chief Minister) नितीश कुमार (Nitish Kumar) ने कहा- "मुझे ख़ुशी है कि कृषि रोड मैप (Agriculture Road Map)का काम हो रहा. यहां चौथे रोड मैप की शुरुआत हो रही. यहां गेहूं, मक्का और चावल उत्पादन में नई पहचान बिहार में बनी है. इस उपज के प्रोडक्शन में बढ़ोतरी हुई है."
पशुओं के लिए हम सभी व्यवस्था करवा रहे हैं। हम सभी हर तरह से एक- एक काम कर रहे हैं। कृषि रोडमैप (Agriculture Road Map) कार्यक्रम में 2 हजार से अधिक किसान और स्वयं सहायता समूह (Self Help Group) की 800 जीविका दीदी सदस्य शामिल हुईं.
आयोजन में उपमुख्यमंत्री (DY.CM) तेजस्वी यादव (Tejasvi Yadav) सहित कई मंत्री- विधायक, कृषि वैज्ञानिक और पदाधिकारी भी मौजूद थे।