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इन दिनों सरकार देश के local culture का प्रचार करने में सबसे आगे है, और उन्ही का साथ देते हुए कदम से कदम मिलाती हुई देश की महिलाएं भी अपने स्तर पर योगदान देती नज़र आ रही हैं. डेटा के अनुसार 72% handloom बुनकर महिलाएं हैं, और वहीं 28.2% पुरुष. इससे साबित होता है कि Handloom business को बढ़ाना भारत की महिलाओं ने अपनी ज़िम्मेदारी बनाई है और इसी विषय को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने महिला self help groups (SHGs) की सराहना की, और पौड़ी में 800 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन किया.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पौडी में 800 करोड़ रुपये की 353 विभिन्न विकास परियोजनाओं की शुरुआत कर एक बड़ा कदम उठाया. इसमें 134.61 करोड़ रुपये की 196 परियोजनाओं का उद्घाटन, 666.13 करोड़ रुपये की 157 परियोजनाओं का establishment शामिल है. मुख्यमंत्री ने पौड़ी की महिलाओं की तारीफ करते हुए यह भी कहा कि यहां की महिलाएं बेहद साहसी है और अपने culture को भी लोगों के सामने रखने में पीछे नहीं हटती.
मुख्यमंत्री ने कहा कि "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में उत्तराखंड की प्रगति को नए आयाम दिए है."
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उन्होंने महिला समूहों द्वारा स्थानीय उत्पादों पर आयोजित प्रदर्शनियों की सराहना करते हुए कहा कि प्रदेश की महिलाएं "Self-reliant India" और "Vocal for Local" के मंत्र पर आगे आकर काम कर रही है और साथ ही वे स्वयं सहायता समूह बनाकर cottage industries के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति भी दे रही हैं." इसी के साथ प्रदेश की महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत horizontal reservation की व्यवस्था भी लागू की है मुख्यमंत्री ने.
सरकार महिलाओं और स्वयं सहायता समूहों को जीवन के हर क्षेत्र में सफल होने और प्रगति करने में मदद करने के लिए अधिक से अधिक योजनाएं बना रही है, जो कि एक बड़ी सफलता के कदम के रूप में सामने आ रहा है. महिलाएं भी हार ना मानकर, सशक्त और आत्मनिर्भर बनने कि ओर आगे बढ़ रही है.