तेज़ गति से बदलती दुनिया, लगातार बढ़ते कम्पीटीशन, और समानता की दिशा में बढ़ते समाज में लड़कियों और महिलाओं की भूमिका अहम हो जाती है. इस इवॉल्विंग लैंडस्केप में उनका आत्मनिर्भर बनना और योगदान देना ज़रूरी हो जाता है.
Future Female Leader बनने की शुरुआत क्लासरूम से
आर्थिक आज़ादी हासिल करने के लिए लड़कियों और महिलाओं को चुनौतियों से निपटने के लिए मानसिक रूप से तैयार होना और अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए ज़रूरी कौशल सीखना एक लक्ष्य बन जाता है (powerful women leaders). यह बातें समझने और सीखने की शुरुआत स्कूल से ही हो जाती है (skills for female leaders). स्कूल में सही दिशा देकर न सिर्फ हम लड़कियों को उद्यमिता का सफ़र तय करने में मदद कर सकते है, बल्कि यह भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि लिंग की परवाह किए बिना सभी को सफल होने का समान मौका मिले.
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क्लासरूम से बोर्डरूम तक के सफ़र को आसान बनाने के लिए छात्राओं को स्कूलों में यह स्किल्स (skills to teach female students in school) सीखने में मदद की जानी चाहिए:
लक्ष्य तय कर सही निर्णय लेना
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लड़कियों को सटीक लक्ष्य निर्धारित कर उन्हें हासिल करने के लिए योजना बनाने के लिए प्रोत्साहित करें, जिससे महत्वाकांक्षा और दृढ़ संकल्प की मानसिकता को बढ़ावा मिले. इन लक्ष्य को पूरा करने के लिए क्रिटिकल थिंकिंग और प्रॉब्लम - सॉल्विंग स्किल (problem solving skills) विकसित करने में मदद करें, जिससे वे विभिन्न स्थितियों में सही निर्णय लेने में सक्षम बन सकें.
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Resilience, hardwork और leadership skills को करें विकसित
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व्यवसाय जगत में उतार-चढ़ाव आम बात है. इसलिए, असफलताओं से उबरने की क्षमता विकसित करने के लिए कड़ी मेहनत और हार न मानने वाली सोच की ज़रुरत है. एक लीडर सही समय को जांच, रिस्क लेने से पीछे नहीं हटती और गलतियों से सीखने का हुनर रखती है.
लड़कियों को अपनी प्रोफेशनल लाइफ में जिम्मेदारी और निष्पक्षता से काम करने के महत्व को समझाना भी ज़रूरी है. मजबूत कार्य नीति और अपने लक्ष्य के प्रति समर्पण को प्रोत्साहित करें, क्योंकि उद्यमिता में सफलता इसी पर निर्भर करती है.
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Financial Literacy को बढ़ावा देना
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बजट बनाना, बचत करना, निवेश करना और फाइनेंशियल मैनेजमेंट (financial management) सहित फाइनेंशियल लिटरेसी को बढ़ावा देने की ज़रुरत है जिससे फ्यूचर उद्यमी रिसोर्सेस को सही ढंग से इस्तेमाल कर आर्थिक आज़ादी हासिल कर सके.
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Technology को दोस्त बनाना होगा
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आज के डिजिटल युग में, प्रौद्योगिकी में कुशल होना बहुत ज़रूरी है. इसलिए, तकनीक-आधारिक शौक विकसित करें, जैसे कोडिंग या डिजिटल मार्केटिंग. नए AI tools आज़माएं और technological trends का अपडेट रखें. इस ज्ञान की मदद से innovative solutions तलाशने, ग्लोबल लेवल पर पहचान बनाने, और customer बेस बढ़ाने में मदद मिलेगी.
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Negotiation और Communication skills सिखाएं
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प्रभावी ढंग से बातचीत करने की क्षमता उद्यमिता की आधारशिला है. लड़कियों को public speaking, writing और communication skills विकसित करने पर जोर देना चाहिए. ये क्षमताएं उन्हें भविष्य में नए विचारों को पेश करने और नेटवर्क बनाने का आत्मविश्वास देंगी. एक लीडर को अपने विचारों को स्पष्ट और आत्मविश्वास के साथ प्रस्तुत करना ज़रूरी है.
इसके अलावा Time Management, Emotional Intelligence, और business ethics की समझ भी ज़रूरी है. इन स्किल्स को सीखने के लिए लगातार कोशिश करते रहें. अनुभव हासिल करने के लिए इंटर्नशिप करें, गैर सरकारी संगठनों में वोलन्टीयर बनें, और नई जानकारी हासिल करें. आज, भारत में कई successful female entrepreneurs है जिनकी कहानियों से प्रेरणा लेकर लड़कियां अपना उद्यमिता सफ़र शुरू कर सकती हैं.