छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) शासन ने आजीविका मिशन बिहान (Ajeevika Mission Bihan) से जुड़ी महिलाओं के लोन लेने की सीमा 4 लाख से बढ़ा कर 6 लाख कर दी. कुछ महीने पहले पहले ही मुख्यमंत्री (Chief Minister) भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने इसकी घोषणा की थी. साथ ही लोन लेने के बाद छह महीने रुपयों का समूह उपयोग कर सकता है. कोई किश्त नहीं भरना होगी.
6 महीने बाद भी 60 किश्तों का होगा टारगेट
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) महिला कोष (Women Fund) की लोन स्कीम (Loan Scheme) अन्तर्गत ऐसे समूह जिन महिलाओं ने पहला लिया हुआ लोन लेकर पूरा उतार दिया, उनको 4 लाख रुपए की जगह अब 6 लाख रुपए लोन की पात्रता होगी. सीएम (CM) बघेल (Baghel) ने कहा- "हमने समूह की महिलाओं को परेशान नहीं होना पड़े उसके लिए लोन की अदायगी 6 माह बाद 60 मासिक किश्तों में भरना होगी. इससे समूह की महिलाओं को लोन का तनाव नहीं रहेगा."
सरकार ने महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए ऐसे कर भी निर्णय लिए.
गृह उद्योग में भी महिलाएं कई प्रोडक्ट्स बना रहीं (Images: Ravivar Vichar)
महिलाओं को लोन लेने के लिए नियमों को सरल बनाया गया है. महिला हितग्राही को लोन लेने की पात्रता परिवार की वार्षिक कमाई की जगह उसकी वार्षिक कमाई के आधार पर तय होने की बात कही. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान (SRLM Bihan) के अनुसार-"समूह की महिला के पारिवारिक सालाना आय एक लाख रुपए की जगह जिस महिला की सालाना आय की सीमा अब दो लाख रुपए तक होगी, वह भी लोन ले सकती है."
महिलाओं के लिए 10 गुना बढ़ाया बजट
महिला कोष (Women Fund) की ओर से लोन योजना (Loan Scheme) और सक्षम योजना के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक रूप से समृद्ध करने के लिए मात्र 3 प्रतिशत वार्षिक ब्याज की दर से लोन उपलब्ध कराया जाता है. मुख्यमंत्री (Chief Minister) बघेल (Baghel) ने कहा- "महिलाओं की आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के मकसद से महिला कोष का बजट इस वित्तीय वर्ष में लगभग 10 गुना बढ़ाकर 25 करोड़ रुपए कर दिया है. साथ ही नवीन कौशल्या समृद्धि योजना के लिए भी 25 करोड़ रुपए का आबंटन दिया गया है."
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में Self Help Group की महिलाओं ने हेंडीक्राफ्ट, एग्रीकल्चर और दूसरे प्रोडक्ट्स बना कर देश में लग जगह बनाई. यहां तक कि हर्बल, मसाले और मिलेट्स (Millets) के साथ महुआ (Mahua) एक्सपोर्ट में भी महिलाएं पीछे नहीं रही. समूह की महिलाओं का कहना है- "लोन की सीमा और वापसी में सुविधा मिलने से हम लोग और ज्यादा अच्छा काम कर कमाई कर सकेंगे."
गृह उद्योग में भी महिलाएं कई प्रोडक्ट्स बना रहीं