"माँ के हाथ का खाना", सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है न. अब ज़रा सोचिये अगर ये ही फ़ूड प्रोडक्ट्स या डिशेस आपको मार्किट में मिलने लगे? बस इसी तरह के बेहतरीन व्यंजन, फ़ूड प्रोडक्ट्स, और पारंपरिक डिशेज़, तैयार कर रही है भारत की मम्मियां, दादियां, नानियाँ और दीदियां. इन सारे ब्रांड्स को महिलाएं अपने बलबूते पर चलाकर महिला सशक्तिकरण और स्वाद का ऐसा बेजोड़ मिश्रण मार्केट को दे रही है जिनका कोई जवाब ही नहीं.
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कुछ ऑर्गनिक फ़ूड ब्रांड्स जिन्हे चला रहीं है महिलाएं
सबसे पहला ब्रांड है, तारु नैचरल्स (Taru Naturals). भारत में स्माल स्केल फार्मर्स के साथ मिलकर काम करने वाला यह ब्रांड रूचि जैन लीड करती है. अपने ब्रांड के सारे प्रोडक्ट्स का रॉ मटेरियल रूचि जैन छोटी किसानों से मंगवाती है, और उनके सशक्तिकरण में एक बड़ी कड़ी बनी हुईं है.
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अगला है इनसीज़न फिश (InSeason Fish). इसकी को-फाउंडर है टेड एक्स स्पीकर और मरीन जिओग्राफर दिव्या कर्णाद. यह मछली पालन और प्रोडक्शन से जुड़ी कम्युनिटीज़ के साथ मिलकर काम करने वाले कुछ लोगों में से एक बड़ा नाम है. InSeason Fish एक ऐसा ब्रांड है जो मरीन लाइफ से जुड़ी अवेयरनेस भी फैला रहा है.
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अगला है पीपल फार्म फॉउंडेशन (Peepal Farm Foundation). यह हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में बसा हुआ एक पालतू जानवरों का रेस्क्यू फाउंडेशन है. किसी भी दूसरी ऑर्गनाइज़ेशन से हटकर ये लोग गाय और बाकी जानवरों के लिए शेड, उनके इलाज के लिए क्लीनिक, इत्यादि बनवाते है. अपने ऑर्गेनिक बटर और स्प्रेड्स के लिए फेमस यह ब्रांड महिलाओं को एम्प्लॉय करता है, और महिला सशस्क्तिकर्ण की एक कड़ी बना हुआ है.
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नेक्स्ट है द लिटिल फार्म (The Little Farm Co.). यह कॉर्पोरेशन की फाउंडर है निहारिका भार्गव. यह बिज़नेस देश में प्रेज़रवेटिव-फ्री आचार, चटनी, आदि सप्लाई करता है. इस ब्रांड ने अपने वर्कर्स में वीमेन वर्कर्स को मैजोरिटी बनाकर काम किया है.
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अपने मन तो तरोताज़ा कर देने वाला नेक्स्ट ब्रांड है ब्लैक बाज़ा कॉफी (Black Baza Coffee). ब्रांड की फाउंडर है अर्शिया बोस. अपने ब्रांड के साथ अर्शिया कॉफी के छोटे प्रोड्यूसर्स को एम्पावर करने का काम कर रहीं है. इसके साथ वह बायोडाइवर्सिटी के संरक्षण पर भी ध्यान देती है. वेस्टर्न घाट्स के 600 से ज़्यादा कॉफी फार्मर्स के साथ संगठन किया है इस कॉफी ब्रांड ने.
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आजी के हाथ का स्वाद याद दिलाएगा आज़ोल (Aazol). यह महाराष्ट्र के मुंबई शहर की अपूर्वा पुरोहित की को-फॉउंडेशन वाला ब्रांड है, जो मराठी पारंपरिक व्यंजनों को दुनिया तक पहुंचाने में लगा है. इस ऑर्गनाइज़ेशन में मुंबई की Self Help Group की आजियां सारा काम संभाल रही है.
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लास्ट बट नॉट लीस्ट है ज़ामा ऑर्गॅनिक्स (Zama Organics). श्रिया नहेटा जो कि इस ब्रांड की, जो तैयार कर रहा है, ऑर्गेनिक मसाले और स्पाइसेस. अपने साथ श्रिया नहेटा जोड़ रही है स्मॉल प्रोडक्शन वाले किसानो और महिलाओं को.
ये थे कुछ ऐसे ब्रांड्स जो साबित कर रहे है की एक महिला जितने अच्छे से घर संभाल लेती है, उतना ही बेहतरीन काम करती है एक बिज़नेस को चलाने में. स्वयं सहायता समूह (SHG) की महिलाओं ने भी अपने बिज़नेस को इसी तरह से बढ़ाया है. टेस्टी और फ्रेश खाद्य उत्पाद बनाने वाली इन महिला SHGs के साथ जुड़कर भी यह कम्पनीज़ अपने ब्रांड को महिला सशक्तिकरण की नीव बना सकते है.