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गांव में ज्यादा काम नहीं था. एक महिला ने सिलाई से घर चलाया.इसी हूनर से दूसरे काम शुरू हुए और फिर एक दिन यही महिला लखपति दीदी बनी और नई पहचान बनाने में सफल हो गई. भोपाल की यह कहानी.
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